UP: कासगंज में ‘बिकरू’ जैसा कांड, शराब माफिया के हमले में कांस्टेबल की मौत, एसआई घायल

Kasganj: एएसपी आदित्य वर्मा के मुताबिक, “सिद्धपुरा पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी और कांस्टेबल सूचना पर नगला धीमर और नगला भिकारी गए, जहां उनके साथ मारपीट की गई। मामले की पूरी जांच की जा रही है।”

आईएएनएस Written by: February 10, 2021 8:40 am
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कासगंज। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कासगंज में कानपुर के बिकरू कांड जैसा मामला सामने आया है। जहां अवैध शराब बंद करवाने गई पुलिस पर हमला हुआ और एक कांस्टेबल शहीद हो गया,जबकि एक सब-इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक कांस्टेबल की पहचान देवेंद्र के रूप में हुई है जबकि एसआई की पहचान अशोक कुमार के रूप में हुई है। आरोपी मोती धीमर का भाई ओमकार धीमर बुधवार सुबह एक मुठभेड़ में मारा गया। कथित रूप से शराब तस्करी गतिविधियों पर मोती नाम के एक हिस्ट्रीशीटर को संपत्ति की कुर्की के लिए दो पुलिसकर्मी कानूनी नोटिस देने गए थे, जब उनके सहयोगियों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया, लाठी और अन्य हथियारों से हमला किया गया और बंधक बना लिया गया। एक तलाशी अभियान चलाया गया और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को बुलाया गया, जो पुलसिकर्मी घटना स्थल से भागने में कामयाब रहे, उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया।

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सिद्धपुरा पुलिस थाने के तहत आने वाले नगला धीमर गांव के एक खेत में दोनों पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, बाद में इलाज के दौरान देवेंद्र ने दम तोड़ दिया। पुलिस टीम ने मौके से अशोक कुमार की बाइक बरामद की है। एक अन्य अज्ञात बाइक भी मिली है। एएसपी आदित्य वर्मा के मुताबिक, “सिद्धपुरा पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी और कांस्टेबल सूचना पर नगला धीमर और नगला भिकारी गए, जहां उनके साथ मारपीट की गई। मामले की पूरी जांच की जा रही है।”

मुख्यमंत्री कार्यालय ने रात में एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने करने के लिए कहा है। बयान में कहा गया, “राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायल इंस्पेक्टर का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है और कांस्टेबल के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।

इस बीच, एडीजी अजय आनंद स्थिति का जायजा लेने के लिए कासगंज पहुंचे। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देख रहे हैं। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।