झारखंड, मध्य प्रदेश के बाद अब यूपी के लखनऊ पहुंच रही श्रमिकों को लेकर आने वाली ट्रेन

देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं।

Avatar Written by: May 2, 2020 2:31 pm

नई दिल्ली। भारत सरकार ने कोरोनावायरस के चलते तीसरी बार लगातार लॉकडाउन लगाने का बड़ा फैसला लिया है। लेकिन इस लॉक टाउन के दौरान कई तरह की रियायतें केंद्र सरकार ने देने का फैसला किया है। जिसके तहत अपने घरों से दूर दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों की घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन और बसें चलाए जाने का फैसला भी लिया गया है।

गौरतलब है कि देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। महाराष्ट्र के नाशिक से लखनऊ के लिए साढे़ आठ सौ लोगों को लेकर ट्रेन आज (शनिवार, 2 मई) सुबह रवाना हुई है। नासिक रोड रेलवे स्टेशन से प्रवासी मजदूरों को लेकर ‘श्रमिक विशेष ट्रेन’ लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई। कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे यूपी के प्रवासी मजदूर ‘श्रमिक स्‍पेशल ट्रेन’ के जरिए नासिक से लखनऊ आ रहे हैं। वहीं नासिक, महाराष्ट्र से 347 लोगों को लेकर चली ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज शनिवार (2 मई) सुबह भोपाल के पास मिसरोद रेलवे स्टेशन पहुंच गई है।

इस बारे में जनाकारी देते हुए भोपाल SDM ने बताया कि नाशिक से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मध्यप्रदेश के 347 श्रमिक हैं। सुबह 5:45 पर ट्रेन पहुंची थी। ये लोग 28 जिलों से हैं, जिनकी हेल्थ स्क्रीनिंग हो चुकी है, सभी लोग मेडिकल तौर पर फिट हैं। अब उन्हें बस में रवाना किया जा रहा है। जैसे ही ये लोग अपने-अपने जिले में पहुंचेंगे उनकी फिर स्क्रीनिंग होगी, उसके बाद ये क्वारंटाइन सेंटर पर जाएंगे। भोपाल के एसडीएम ने बताया, “सभी यात्रियों को हेल्थ स्क्रीनिंग के बाद फिट घोषित कर दिया गया है। अब ये लोग अपने गांवों के लिए जाएंगे, जहां उनकी फिर से हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी।

बता दें कि, देश में कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले महाराष्‍ट्र में ही दर्ज किए गए हैं। राज्य में अलग-अलग राज्यों के करीब 12 से 13 लाख प्रवासी मजदूर लॉकडाउन की वजह से फंसे थे, जिन्हें अब पूरी सुरक्षा के साथ उनके गृह जनपद तक पहुंचाया जा रहा है। ज्यादातर मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश के हैं। केरल के तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन से ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होकर आज लगभग 1200 प्रवासी मजदूर झारखंड के हटिया के लिए रवाना होंगे। मजदूरों के आने से पहले पुलिस कर्मी रेलवे स्टेशन के बाहर सामाजिक दूरी के लिए गोल घेरे बना रहे हैं। इसके साथ ही साफ-सफाई भी की जा रही है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से बुधवार को अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, वर्कर्स, स्टूडेंटेंस, यात्री और अन्य लोगों को अपने राज्य जाने की अनुमति दे दी गई थी। इसके बाद ही रेलवे की तरफ से यह कदम उठाया गया और स्पेशल ट्रेनें शुरू की गईं। लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, प्रवासी मजदूर और अन्य लोगों के लिए 6 ट्रेनें शुरू की गई हैं। राज्य सरकारों के आग्रह पर ये ट्रेनें शुरू की गई हैं, जिनमें लिंगमपल्ली से हटिया, आलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया शामिल हैं।

गौरतलब है कि पहली बार लागू किए गए लॉकडाउन के बाद ये मजदूर जहां काम कर रहे थे उन्हीं जगहों पर फंस गए थे। इसके बाद इन लोगों को निकालने की कवायदें खूब की गई। लेकिन कोरोना के खतरे को देखते हुए उस वक्त केंद्र ने इसपर ज्यादा विचार नहीं किया। लेकिन अब कड़ी निगरानी के बीच इन लोगों को घर वापसी की इजाज़त दी गई है।