MP : दलित किसान की पुलिस पिटाई के बाद ‘मामा’ शिवराज ने DM और एसपी को लेकर की ये बड़ी कार्रवाई!
इस मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया और बुधवार की देर रात को जिलाधिकारी एस. विश्वनाथन व पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को हटाने के आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के गुना जिले में अतिक्रमण हटाने गए दस्ते द्वारा दलित किसान परिवार की पिटाई किए जाने के मामले में राज्य सरकार ने जिलाधिकारी एस. विश्वनाथन और पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को हटा दिया है। पिछले दिनों गुना जिले के कैंट थाना क्षेत्र में एक कालेज की जमीन पर अतिक्रमण हटाने गए दल ने दलित किसान परिवार की पिटाई की थी, वहीं किसान दंपत्ति ने कीटनाशक पी लिया था।
इस मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया और बुधवार की देर रात को जिलाधिकारी एस. विश्वनाथन व पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को हटाने के आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
इससे पहले राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “गुना के कैंट थाना क्षेत्र की घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं। इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए। मैंने तत्काल अधिकारियों को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। भोपाल से जांच दल मौके पर जाकर पूरी घटना की जांच करेगा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई करेंगे।”
किसान पिटाई मामले पर राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की थी। साथ ही सिंधिया ने असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया था।
कांग्रेस का शिवराज सरकार पर हमला
गुना में दलित किसान परिवार के साथ पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल होने के साथ ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है।
हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है। pic.twitter.com/egGjgY5Awm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को एक वीडियो के साथ ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है? ये कैसा जंगलराज है? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज।”
उन्होंने आगे कहा, “यदि पीड़ित युवक का जमीन संबंधी कोई शासकीय विवाद है तो भी उसे कानूनन हल किया जा सकता है, लेकिन इस तरह कानून हाथ में लेकर उसकी, उसकी पत्नी की, परिजनों की व मासूम बच्चों तक की इतनी बेरहमी से पिटाई, यह कहां का न्याय है? क्या यह सब इसलिए कि वो एक दलित परिवार से है, गरीब किसान है?”
ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहाँ ले जा रही है ?
ये कैसा जंगल राज है ?
गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज।
1/3 pic.twitter.com/lRgOFaWHPp— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 15, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “क्या ऐसी हिम्मत इन क्षेत्रों में तथाकथित जनसेवकों व रसूखदारों द्वारा कब्जा की गई हजारों एकड़ शासकीय भूमि को छुड़ाने के लिए भी शिवराज सरकार तत्परता दिखाएगी? ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इसके दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई हो, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।”