नई दिल्ली। मनीष सिसोदिया के ओएसडी को लेकर कई चौकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। सीबीआई के छापे में रंगे हाथों पकड़ा गया सिसोदिया का ओएसडी ट्रांसपोर्टरों के साथ टैक्स चोरी की सेटिंग कर रहा था। इसी सिलसिले में इतनी मोटी रकम उसने पकड़ी थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया अधिकारी दानिक्स अफसर है। उसके साथ धीरज गुप्ता नाम के एक मिडिल मैन को भी गिराफ्तार किया है।
धीरज की गिरफ्तारी 5 फरवरी को की गई जो अभी ज्यूडिशियल कस्टडी में है। धीरज ने खुद को टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी का करीबी बताया था और एक पुराने केस को सेटल करने की बात की थी। धीरज से पूछताछ के बाद ही जीएसटी अधिकारी व सिसोदिया के ओएसडी गोपाल कृष्ण की गिरफ्तारी की गई है।
सीबीआई ने धीरज गुप्ता के साथी गोपाल कृष्ण माधव नाम के दानिश सेवा के अधिकारी को सबूत जुटाने के बाद गिरफ्तार किया। वह धीरज के ज़रिए 2 लाख 26 हज़ार की मांग रहा था। धीरज को 5 फरवरी को गिरफ्तार किया गया जबकि गोपाल कृष्ण माधव को 6 फरवरी को पकड़ा गया।
सीबीआई को मिली जानकारी के मुताबिक धीरज इस मामले में गोपाल कृष्ण माधव की ओर से दलाली कर रहा था। गोपाल कृष्ण दिल्ली सरकार के जीएसटी महकमे में गुड्स एंड सर्विस टैक्स अफसर व साथ मे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का ओएसडी था। वह ट्रांसपोर्टरों से जीएसटी न चुकाने के एवज में रिश्वत ले रहा था।