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War Of Words: कोलकाता में कारोबारी के यहां 17 करोड़ कैश बरामद होने पर गरमाई सियासत, कई नेता ED के रडार पर

शनिवार को कोलकाता में ईडी ने एक कारोबारी समेत 6 लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे। कारोबारी के यहां से 17 करोड़ रुपए नकद मिले। ईडी इस मामले में चीन से जुड़े होने का एंगल भी देख रही है। इस बीच, इस मामले में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस TMC और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है।

कोलकाता। मोबाइल गेमिंग एप धोखाधड़ी के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के कई नेता प्रवर्तन निदेशालय ED के रडार पर हैं। ये खबर टीवी चैनल ‘आज तक’ ने दी है। शनिवार को कोलकाता में ईडी ने एक कारोबारी समेत 6 लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे। कारोबारी के यहां से 17 करोड़ रुपए नकद मिले। ईडी इस मामले में चीन से जुड़े होने का एंगल भी देख रही है। इस बीच, इस मामले में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस TMC और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। टीएमसी इस मामले में निवेशकों को राज्य से दूर रखने का आरोप लगा रही है। वहीं, बीजेपी कह रही है कि टीएमसी में डर बैठ गया है।

firhad hakim tmc

पहले आपको बताते हैं कि टीएमसी सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने क्या कहा। हाकिम ने कहा कि जिस कारोबारी के यहां छापा पड़ा है, उससे टीएमसी का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह छापे पड़ने से कारोबारी डरेंगे और पश्चिम बंगाल नहीं आना चाहेंगे। फिरहाद ने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में ईडी की जांच पश्चिम बंगाल जैसे गैर-बीजेपी दलों के शासित राज्यों तक सीमित है? अगर जांच में 17 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं, तो उस पैसे के स्रोत की निश्चित रूप से जांच की जानी चाहिए। उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में व्यवसायी हैं और उन्होंने बड़ी मात्रा में धन भी जमा किया होगा।

shamik bhattacharya bjp

हाकिम ने ये भी कहा कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का क्या, जिन्होंने 7,000 करोड़ से ज्यादा की ठगी की थी?  उनके देश से जाने से पहले उनका गलत काम क्यों सामने नहीं आया। फिरहाद हाकिम के बयान पर बीजेपी के राज्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि इस तरह के बयान डरने से आते हैं। क्योंकि लोग मनी लॉन्ड्रिंग और टीएमसी के बीच गठजोड़ से वाकिफ हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि ईडी की छापेमारी सामान्य रूप से व्यापारिक समुदाय के खिलाफ नहीं है। ये सिर्फ बेईमानों के खिलाफ है। शमिक ने पलटकर पूछा कि क्या उनके (टीएमसी) के पास छिपाने के लिए कुछ है? बता दें कि इससे पहले ममता सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और ममता के करीबी अनुब्रत मंडल को ईडी और सीबीआई गिरफ्तार कर चुकी है। पार्थ की करीबी एक्टर अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से ईडी ने 50 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति भी बरामद की थी।