भूमि पूजन : राम मंदिर निर्माण को लेकर मायावती ने ट्वीट कर कहा कुछ ऐसा
भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अयोध्या को पीले रंग में रंग दिया गया है। चारों तरफ भूमि पूजन को लेकर होर्डिंग्स भी लगाई गई है। इस भूमि पूजन में शामिल होने से पहले पीएम मोदी हनुमान गढ़ी में दर्शन करेंगे।
नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन से पहले बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने ट्विटर अकाउंट से राम मंदिर को लेकर तीन ट्वीट किए हैं। जिसमें मायावती ने बसपा की तरफ से सलाह देते हुए कहा कि, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को अब सभी को मान लेना चाहिए।
उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा कि, “जैसा कि सर्वविदित है कि अयोध्या विभिन्न धर्मों की पवित्र नगरी व स्थली है। लेकिन दुःख की बात यह है कि यह स्थल राम-मन्दिर व बाबरी-मस्जिद जमीन विवाद को लेकर काफी वर्षों तक विवादों में भी रहा है।” वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, “लेकिन, इसका माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अन्त किया। साथ ही, इसकी आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर भी काफी कुछ विराम लगाया। मा. कोर्ट के फैसले के तहत ही आज यहाँ राम-मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय मा. सुप्रीम कोर्ट को ही जाता है।”
एक अन्य ट्वीट में बसपा सुप्रीमों ने कहा कि, “बकि इस मामले में बी.एस.पी का शुरू से ही यह कहना रहा है कि इस प्रकरण को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट, जो भी फैसला देगा, उसे हमारी पार्टी स्वीकार करेगी। जिसे अब सभी को भी स्वीकार कर लेना चाहिये। बी.एस.पी की यही सलाह है।”
आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर कुछ दलों द्वारा विरोध भी किया गया है। वहीं कांग्रेस पार्टी , जिन्होंने कभी राम के अस्तित्व को नकार दिया था, उसने राम भगवान को लेकर अपने मत को बदलते हुए पार्टी के लोगों से इसका समर्थन करने की बात कही है।
गौरतलब है कि भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अयोध्या को पीले रंग में रंग दिया गया है। चारों तरफ भूमि पूजन को लेकर होर्डिंग्स भी लगाई गई है। इस भूमि पूजन में शामिल होने से पहले पीएम मोदी हनुमान गढ़ी में दर्शन करेंगे। हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रमुख पुजारी प्रेमदास जी महाराज का कहना है कि प्रधानमंत्री का अयोध्या आना ऐतिहासिक क्षण है, हम उन्हें सम्मानित करेंगे। पीएम को इस दौरान चांदी का मुकुट, गमछा दिया जाएगा।