नई दिल्ली। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने चीन के मुद्दे पर भाजपा का समर्थन किया तो कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्हें भाजपा का अघोषित प्रवक्ता बता दिया। दरअसल मायावती ने 29 जून को अपना नजरिया साफ करते हुए चीन के मुद्दे पर कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी की सरकार के साथ हैं।
इतना ही नहीं मायावती ने कांग्रेस और उसके नेताओं को भी निशाने पर लिया। हालांकि उन्होंने किसी नाम न लेते हुए कहा कि चीन के मुद्दे पर कांग्रेस के लोग बेहूदी बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि, आपसी विवाद से चीन को फायदा मिलेगा। दलगत राजनीति से ऊपर उठ हमने हमेशा देशहित के मुद्दों पर केंद्र सरकार का साथ दिया है। चीन के मुद्दे पर बसपा तो भाजपा की सरकार के साथ खड़ी है।
इस बयान के बाद अब कांग्रेस की महासचिव ने मायावती को घेरते हुए दो ट्वीट किए। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, “जैसे कि मैंने कहा था कि कुछ विपक्ष के नेता भाजपा के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं, जो मेरी समझ से परे है। इस समय किसी राजनीतिक दल के साथ खड़े होने का कोई मतलब नहीं है। हर हिंदुस्तानी को हिंदुस्तान के साथ खड़ा होना होगा, हमारी सरजमीं की अखंडता के साथ खड़ा होना होगा।”
दूसरे ट्वीट में प्रियंका गांधी ने लिखा कि, “जो सरकारदेश की सरज़मीं को गंवा डाले, उस सरकार के ख़िलाफ़ लड़ने की हिम्मत बनानी पड़ेगी।”
आपको बता दें कि इससे पहले मायावती ने कहा था कि चीन के मुद्दे को लेकर देश में कांग्रेस व भाजपा के बीच में आरोप-प्रत्यारोप की जो घिनौनी राजनीति की जा रही है वो वर्तमान में कतई उचित नहीं है। अब तो इनकी आपसी लड़ाई का सबसे ज्यादा नुकसान देश की जनता को हो रहा है। इस लड़ाई में देशहित के मुद्दे दब रहे हैं।