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UP: अखिलेश यादव पर फूटा मायावती का गुस्सा, बोलीं- जो खुद CM बनने का सपना पूरा नहीं कर सके, वो मुझे…

UP: मायावती और अखिलेश के बीच छिड़े इस जंग की शुरुआत दो दिन पहले उस वक्त हुई थी जब अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में कहा था कि भाजपा ने बसपा का वोट तो हासिल कर लिया, लेकिन  क्या अब बीजेपी मायावती को राष्ट्रपति बनाएगी। अखिलेश के इसी बयान पर अब मायावती ने पलटवार किया है।

नई दिल्ली। हाल ही में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुए थे। इन चुनावों में पंजाब को छोड़कर चारों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के लिए चेहरे खिलाने वाले नतीजे सामने आए। चुनावी नतीजों में मिली जीत के बाद उत्तर प्रदेश में सीएम योगी एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी में विराजमान हुए। विधानसभा चुनाव में मिली इस जीत को लेकर प्रदेश में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के बीच जमकर खींचतान देखने को मिली। एक तरफ जहां अखिलेश यादव वैसे ही सीएम बनने का सपना टूटने के बाद परेशान हैं तो वहीं बसपा प्रमुख मायावती भाजपा को मिली इस जीत के लिए अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराकर उनकी परेशानी को और बढ़ा रही है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अब एक बार फिर दोनों के बीच वार-पलटवार देखने को मिल रहा है।

दो दिन पहले शुरू हुआ था विवाद

मायावती और अखिलेश के बीच छिड़े इस जंग की शुरुआत दो दिन पहले उस वक्त हुई थी जब अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में कहा था कि भाजपा ने बसपा का वोट तो हासिल कर लिया, लेकिन  क्या अब बीजेपी मायावती को राष्ट्रपति बनाएगी। अखिलेश के इसी बयान पर अब मायावती ने पलटवार किया है। मायावती ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वो यूपी का सीएम या देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हैं, लेकिन राष्ट्रपति बनने का नहीं। सपा यूपी में बीजेपी की जीत के लिए जिम्मेदार है। सपा मुझे राष्ट्रपति बनाने का सपना देख रही है, ताकि यूपी सीएम पद के रास्ते से मैं हट जाऊं।’

इसके आगे मायावती ने कहा, ‘सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम और यादव समाज का पूरा वोट लेकर और कई-कई पार्टियों से गठबंधन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं?’

माया के बयान पर अब सपा प्रमुख ने दिया ये जवाब

जब मायावती द्वारा खुद के बयान पर प्रतिक्रिया दी गई तो अखिलेश के हाव-भाव बदले नजर आए। सपा प्रमुख ने माया की आई प्रतिक्रिया पर कहा, ‘मैं खुश हूं, मैं भी यही चाहता था। पिछले चुनाव में इसी को लेकर गठबंधन किया गया था। अगर गठबंधन जारी रहता तो बसपा और डॉ भीम राव अंबेडकर के अनुयायी देख सकते थे कि कौन प्रधानमंत्री बनता।’