अयोध्या। अयोध्या में आज 100 से ज्यादा मेहमान पधारने वाले हैं। ये मेहमान अपने शहरों के मेयर हैं। वाराणसी में मेयर कॉन्फ्रेंस के एक दिन बाद सभी मेयर अब अयोध्या पहुंचकर राम जन्मभूमि में रामलला और हनुमानगढ़ी में बजरंगबली के दर्शन करेंगे। राम मंदिर का निर्माण कार्य होते देखेंगे और विकास किस तरह अयोध्या की छवि एक गंदे शहर से शानदार शहर में बदल रहा है, इसका भी नजारा 100 से ज्यादा शहर के मेयर लेंगे। शाम को होने वाली सरयू नदी की आरती में भी इनकी सहभागिता रहेगी। अयोध्या में सभी मेयर का सम्मान समारोह भी किया जाना है। मेहमानों के आगमन को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को चौकस बनाया गया है। मेयर आम लोगों से भी बात करेंगे और जानेंगे कि अब इस बदलते शहर के बारे में उनकी राय क्या है।
अयोध्या आने से पहले सभी मेयर शुक्रवार को वाराणसी में थे। उन्होंने कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इस कॉन्फ्रेंस को पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था। मोदी वाराणसी के सांसद भी हैं। मोदी ने मेयरों से कहा था कि वे विकास और जनता की सेवा पर अपना सारा ध्यान लगाएं। मोदी ने ये भी कहा था कि मौजूदा वक्त क्रांति का नहीं, विकास का है। इससे पहले जब मोदी ने 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था, तो उसमें बीजेपी शासित राज्यों के 12 सीएम भी आए थे। वाराणसी से इन सीएम ने अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन किए थे और हनुमानगढ़ी में पूजा की थी। इन सीएम के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी पहुंचे थे।
अयोध्या में रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। 2023 के दिसंबर तक इसका गर्भगृह और पहला तल तैयार हो जाएगा। तब यहां आम श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। बता दें कि साल 1992 की 6 दिसंबर को ढांचा गिरने के बाद रामलला की मूर्ति सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक तिरपाल के नीचे विराजमान रही थी। फिलहाल रामलला को मेकशिफ्ट मंदिर में रखा गया है। यहां पीएम मोदी ने आकर शिलान्यास और भूमिपूजन किया था। उन्होंने भगवान राम के प्रति अपनी अकाट्य श्रद्धा साष्टांग प्रणाम करके जाहिर की थी। यूपी के सीएम योगी भी एक दर्जन से ज्यादा बार अयोध्या आ चुके हैं और यहां के विकास कार्यों का जायजा लेते रहते हैं।