कोरोना संकट में भी छाया दुनियाभर में भारत का जलवा, मोदी सरकार की मेडिकल डिप्लोमैसी जान आप भी कहेंगे वाह!

कोरोना वायरस संकट के दौर में भारत ने मेडिकल डिप्लोमैसी से बड़ी लकीर खींच दी है।

Avatar Written by: April 16, 2020 5:51 pm
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नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोनावायरस संकट तेजी से गहराता जा रहा है। हर देश इससे जूझ रहा है और वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं वैज्ञानिकों ने कुछ दवाइयों से कोरोनवायरस पर कुछ हद तक काबू होने की बात भी कही है, इन दवाइयों में पैरासीटामॉल, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का नाम सबसे ऊपर आ रहा है। भारत इन दवाइयों का सबसे बड़ा उत्पादक है इसलिए संकट की घड़ी में भारत की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।

क्या है भारत की मेडिकल डिप्लोमेसी

इसको देखते हुए कोरोना वायरस संकट के दौर में भारत ने मेडिकल डिप्लोमैसी से बड़ी लकीर खींच दी है। भारत ने पिछले दो सप्ताह में 100 से अधिक देशों को इस महामारी से लड़ने के लिए दवा भेजी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि भारत 108 देशों को 8.5 करोड़ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट और 50 करोड़ पैरासिटामोल टैबलेट भेज रहा है। इसके अलावा पैरासिटामोल टैबलेट बनाने के लिए 1 हजार टन मिश्रण भी भेजा है।

60 देशों को भेजे 4 हजार से अधिक कंसाइनमेंट

अधिकारी ने कहा, ‘अभी जब हम बात कर रहे हैं भारत 60 देशों को 4 हजार से अधिक कंसाइनमेंट भेज चुका है। मेडिकल सप्लाई कुल 108 देशों को भेजा जा रहा है।’ यह आपूर्ति इंडियन एयर फोर्स के विमान, विदेशी नागरिकों को लेने आ रहे चार्टर और दूसरे टिप्लोमैटिक कार्गो के जरिए हो रही है। यह एक बहुत बड़ा अभियान है और काफी जटिल भी है, क्योंकि भारत सहित अधिकतर देशों में विमान परिचालन बंद है।

भारत सरकार ने हाल ही में कई देशों की अपील के बाद इन दवाओं के उत्पादन बढाने के फार्मास्युटिकल कंपनियों को निर्देश दिए थे। इसके बाद बुधवार को मॉरिसस और सेसेल्स के लिए स्पेशल इंडियन एयरफोर्स के विमान से दवा भेजी गई है। स्पेशल चार्टर से अफगानिस्तान भी दवा भेजने का प्रयास किया जा रहा है। साउथ ब्लॉक के अधिकारियों के मुताबिक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में 31 देशों को 50 लाख HCQ टैबलेट और बड़ी मात्रा में पैरासिटामोल भेजा जा चुका है या प्रक्रिया में है। गौरतलब है कि अमेरिका भी भारत से इन दवाओं का आयात कर रहा है। अमरीका के अलावा ब्रिटेन ब्राजील जैसे बड़े देश भी भारत से इन दवाओं को मंगा रहे हैं।

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इन देशों को मिला मुश्किल घड़ी में भारत का सहारा

भारत ने अपनी विदेश नीति में निपुणता का परिचय देते हुए इस संकट की घड़ी में भी 24 देशों अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, स्पेन और नीदरलैंड्स को 8 करोड़ HCQ टैबलेट वाणिज्यिक समझौते के तहत दे चुका है। भारत ने इटली, स्वीडन और सिंगापुर सहित 52 देशों को पैरासिटामोल टैबलेट बड़ी मात्रा में भेजा है। कई देशों को दोनों दवाएं भेजी गई हैं। गौरतलब है कि WHO भी कोरोना से लड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई तैयारियों की तारीफ कर चुका है।