जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर उबाल आता दिख रहा है। वो भी तब, जबकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कुछ दिन में राजस्थान पहुंचने वाली है। सचिन पायलट के समर्थक एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। वे सचिन को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर राजस्थान यूथ कांग्रेस उपाध्यक्ष पद से राकेश मीणा ने इस्तीफा दिया था। अब अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री हेमाराम चौधरी भी खुलकर सचिन पायलट के पक्ष में उतर पड़े हैं। हेमाराम ने सचिन को राजस्थान का सीएम बनाने की मांग कर दी है। इससे गहलोत को बड़ा झटका लगने के आसार हैं।
हेमाराम चौधरी ने शनिवार को मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान के दूतों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के सामने जो घटनाक्रम हुआ, उससे राजस्थान में कांग्रेस के कार्यकर्ता और लोग अनिश्चितता के भंवर में हैं। उन्होंने कहा कि उस घटना के जिम्मेदार तीनों कांग्रेस नेताओं पर आलाकमान को कार्रवाई करनी चाहिए। हेमाराम के मुताबिक उस सियासी घटना से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ है। हेमाराम ने कहा कि सचिन पायलट ने कांग्रेस को राजस्थान में फिर जीवित किया। उनकी वजह से सरकार बनी। मेहनत देखते हुए सचिन पायलट को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
हेमाराम चौधरी बोले कि अगर एकतरफा ही चले, तो कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि अजय माकन ने भी राजस्थान प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया। इसी से पता लगता है कि राज्य में कांग्रेस की हालत क्या है। अगर जल्द फैसला न हुआ, तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी उल्टा असर पड़ सकता है। हेमाराम यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि अगले साल राजस्थान विधानसभा चुनाव के वक्त मैं और उम्रदराज हो जाऊंगा। मेरी जगह किसी युव को मौका दिया जाना चाहिए। मैं मंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। अगर कांग्रेस के पक्ष में नंबर न आए, तो मेरा मंत्री रहना बेकार है। उन्होंने खुद को फिलहाल राजस्थान कांग्रेस में असहज बताया।