हाजीपुर। बिहार में सुशासन राज की हकीकत एक बार फिर सामने आई है। यहां के हाजीपुर में रविवार को आरा मिल चलाने वाले बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार दो बदमाश सुभाष चौक थाना इलाके में शर्मा सिंह के घर पहुंचे और सिर में गोली मारकर आराम से भाग निकले। खबर लिखे जाने तक बदमाशों को पुलिस पकड़ नहीं सकी थी। पुलिस ने शर्मा सिंह के घरवालों से पूछताछ की है और सीसीटीवी के फुटेज देखकर बदमाशों की तलाश में जुटी है। गोली चलने की आवाज मिलने के बाद शर्मा सिंह के परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने बदमाशों को भागते देखा। पुलिस को तुरंत इत्तिला दी, लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल सका।
मृतक के परिजनों का कहना है कि बुजुर्ग शर्मा सिंह का किसी से कोई विवाद नहीं था। अचानक बदमाशों ने आकर गोली मार दी। सिर में गोली लगने से बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। बदमाशों ने सिर्फ एक गोली चलाई। उसका खोखा मौके पर पड़ा मिला। अब तक हत्यारों का पता न चलने से परिजन काफी नाराज हैं। पुलिस दावा कर रही है कि जल्दी ही अपराधियों को वो दबोच लेगी।
बता दें कि बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी का दामन छुड़ाकर आरजेडी और कांग्रेस से नाता जोड़ा है। जबसे उन्होंने पुराने पाले में वापसी की है, तभी से बिहार के अलग-अलग इलाकों में हत्या और अन्य वारदात बढ़ गए हैं। यहां तक कि राजधानी पटना में भी एक छात्रा के सिर में गोली मार दी गई थी। दिनदहाड़े हुई इस घटना के अलावा सेना के जवान को भी लूटपाट के इरादे से बदमाशों ने मार डाला था। तमाम और घटनाएं हो चुकी हैं। बीजेपी इसे जंगलराज की वापसी बताती है, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन हमेशा दावा करता है कि कानून और व्यवस्था चौकस है।