नई दिल्ली। नये कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन बुधवार को 21वें दिन जारी है। किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने पर अड़े हैं।हालांकि बातचीत से हल निकालने की लगातार कोशिश की जा रही है और सरकार कानूनों में संशोधन के लिए भी तैयार है। इसी बीच केंद्र सरकार ने आज गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) ने बड़ा फैसला लेते हुए 60 लाख टन चीनी निर्यात करने का फैसला लिया है, इससे होने वाली कमाई, इसकी सब्सिडी को सीधे 5 करोड़ किसानों के खाते में डाला जाएगा। कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर (Union Minister Prakash Javadekar) ने मीडिया को संबोधित करते हुए इसकी जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, इस साल शक्कर का उत्पादन 310 लाख टन होगा। देश की खपत 260 लाख टन है। शक्कर का दाम कम होने की वजह से किसान और उद्योग संकट में है। इसको मात देने के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात करने और निर्यात को सब्सिडी देने का फैसला किया गया है।
3500 करोड़ रुपए की सब्सिडी, प्रत्यक्ष निर्यात का मूल्य 18000 करोड़ रु. किसानों के खाते में जाएगा। इसके अलावा घोषित सब्सिडी का 5361 करोड़ रुपया एक सप्ताह में किसानों के खाते में जमा कर दिया जाएगा: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर https://t.co/FCgMy11Mz9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2020
उन्होंने कहा कि, 3500 करोड़ रुपए की सब्सिडी, प्रत्यक्ष निर्यात का मूल्य 18000 करोड़ रु. किसानों के खाते में जाएगा। इसके अलावा घोषित सब्सिडी का 5361 करोड़ रुपया एक सप्ताह में किसानों के खाते में जमा कर दिया जाएगा।
कैबिनेट के फैसले के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट कर कहा, ”गन्ना किसानों के हित में मोदी सरकार का महत्वपूर्ण निर्णय। गन्ना किसानों के लाभ के लिए चीनी के निर्यात पर दी जाने वाली सब्सिडी को सीधा किसानों के बैंक खाते में भेजा जायेगा। इस के तहत 5 करोड़ किसानों को कुल ₹3500 करोड़ का भुगतान किया जायेगा।”
गन्ना किसानों के हित में मोदी सरकार का महत्वपूर्ण निर्णय।
गन्ना किसानों के लाभ के लिए चीनी के निर्यात पर दी जाने वाली सब्सिडी को सीधा किसानों के बैंक खाते में भेजा जायेगा।इस के तहत 5 करोड़ किसानों को कुल ₹3500 करोड़ का भुगतान किया जायेगा।#GovtWithGannaKisan #ModiWithFarmers pic.twitter.com/2AtX3bGbPB— Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 16, 2020