आरे जंगल को लेकर उठे सवालों के बीच मोदी सरकार बनाएगी देश की सबसे बड़ी ग्रीन वॉल ऑफ इंडिया!
मोदी सरकार पर्यावरण को लेकर एक बड़ी पहल करने जा रही है। मुंबई के आरे जंगल के कटाव के चलते पहले ही बड़ा विवाद हो चुका है। ऐसे में देश में जलवायु परिवर्तन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक बड़ा फैसला लिया है।
नई दिल्ली। मोदी सरकार पर्यावरण को लेकर एक बड़ी पहल करने जा रही है। मुंबई के आरे जंगल के कटाव के चलते पहले ही बड़ा विवाद हो चुका है। ऐसे में देश में जलवायु परिवर्तन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार गुजरात से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर तक ग्रीन वॉल का निर्माण करने जा रही है।
इसे ‘ग्रीन वॉल ऑफ इंडिया’ कहा जायेगा। यह अफ्रीका में सेनेगल से जिबूती तक बनी वॉल की तरह होगी। ये वॉल करीब 1400 किलोमीटर लंबी और 5 किलोमीटर चौड़ी होगी। सरकार के इस प्रस्ताव पर कई मंत्रालयों ने सहमति जताई है।
सूत्रों के मुताबिक ‘ग्रीन वॉल ऑफ इंडिया’ गुजरात के पोरबंदर से हरियाणा के पानीपत तक को कवर करेगी। इससे हरियाली में तेज़ी से विस्तार होगा। इसके साथ ही गुजरात, राजस्थान, हरियाणा से लेकर दिल्ली तक फैली अरावली की पहाड़ियों पर भी हरित क्षेत्र को संरक्षित किया जाएगा। भारत सरकार ने इस प्रोजेक्ट के तहत 26 मिलियन हेक्टेयर भूमि को प्रदूषण मुक्त करेगी।
ये वाल 10 साल में बनेगी। केंद्र सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की कॉन्फ्रेंस में इस पर बात की थी। इससे हर साल पाकिस्तान और राजस्थान की तरफ से दिल्ली आने वाली धूल से निजात मिलेगी। गुजरात से दिल्ली बॉर्डर तक ग्रीन वॉल बनवाने में कम से कम 2030 तक का वक्त लगेगा। इससे पहले अफ्रीका में प्रदूषण और रेगिस्तान की समस्या से निपटने के लिए ‘ग्रेट ग्रीन वॉल ऑफ सहारा’ बनाया है।