लखनऊ। 100 फीसदी आबादी वाले केरल (Kerala) और महिला स्वाभिमान की गौरवपूर्ण कहानियों से भरे राजस्थान (Rajasthan) में सबसे ज्यादा बलात्कार (Rape Cases) होते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB Report) द्वारा जारी ‘भारत में अपराध -2019’ रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराधों में केरल और राजस्थान पहले नंबर पर हैं। वहीं केंद्र शासित प्रदेशों को साथ लेकर आकलन करें तो चंडीगढ़ (chandigarh) में सर्वाधिक बलात्कार की घटनाएं (Rape incidents) हुई हैं।
25 राज्यों से बेहतर है उत्तर प्रदेश की स्थिति
इस सूची में दिल्ली राज्य की स्थिति राजस्थान के बाद नंबर दो है तो केरल चौथा सबसे अधिक दुष्कर्म की घटनाओं वाला प्रदेश है। वहीं देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की स्थिति 25 केंद्रशासित प्रदेशों और राज्यों से कहीं बेहतर है।
एनसीआरबी द्वारा जारी ‘भारत में अपराध -2019’ रिपोर्ट बताती है कि चंडीगढ़ में प्रति एक लाख महिला आबादी पर बलात्कार की दर 20.7 है। तो राजस्थान, दिल्ली और केरल में लगभग 15.9, 13.5 और 11.1 की दर से महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसा जघन्य कुकृत्य हुआ है। इस राष्ट्रीय आकलन रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रति एक लाख महिला आबादी पर बलात्कार के अपराधों में उत्तर प्रदेश की अपराध दर 2.8 है, जो देश के 25 अन्य राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की अपराध दर से कहीं बेहतर है।
देश के अन्य राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों की तुलना में उत्तर प्रदेश राज्य की स्थिति अपराध नियंत्रण में अच्छी है। जबकि असम, झारखंड छत्तीसगढ़ पंजाब, उड़ीसा जैसे राज्यों में भी स्थिति चिंतनीय है।