एमपी : सरकारी नौकरियां स्थानीय लोगों को देने के फैसले को भाजपा ने कहा ऐतिहासिक, कांग्रेस ने उठाए सवाल

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने राज्य की सरकारी नौकरी सिर्फ स्थानीय लोगों को देने का ऐलान किया है। इस फैसले को जहां भाजपा (BJP) ने ऐतिहासिक करार दिया है, वहीं कांग्रेस (Congress) ने इस पर सवाल उठाए हैं।

Avatar Written by: August 18, 2020 5:02 pm

भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने राज्य की सरकारी नौकरी सिर्फ स्थानीय लोगों को देने का ऐलान किया है। इस फैसले को जहां भाजपा (BJP) ने ऐतिहासिक करार दिया है, वहीं कांग्रेस (Congress) ने इस पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को ऐलान किया कि राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला किया है कि मध्य प्रदेश की शासकीय नौकरियां अब सिर्फ राज्य के लोगों को ही दी जाएगी। इसके लिए हम आवश्यक कानूनी प्रावधान कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के संसाधन राज्य के बच्चों के लिए।

CM Shivraj Singh Chouhan

मुख्यमंत्री चौहान के सरकारी नौकरी राज्य के युवाओं को दिए जाने के फैसले का भाजपा ने स्वागत करते हुए इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के संसाधन राज्य के बच्चों के लिए होने का जो फैसला लिया है, वह ऐतिहासिक है।

vishnu dutt sharma

मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियां राज्य के बच्चों और नौजवानों को ही मिलेंगी, इसके लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताता हूं। इस फैसले से राज्य के नौजवानों और बच्चों में अपार उत्साह है, शर्मा ने कहा।

वहीं कांग्रेस ने इस निर्णय पर सवाल उठाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि यह कहीं सिर्फ घोषणा और छलावा बनकर न रह जाए। उन्होंने कहा, मैंने अपनी 15 माह की सरकार में प्रदेश के युवाओं के लिये कई प्रावधान किये ताकि उनको प्राथमिकता से रोजगार मिले। उद्योग नीति में परिवर्तन कर 70 फीसदी प्रदेश के स्थानीय युवाओं को रोजगार देना अनिवार्य किया। युवा स्वाभिमान योजना लागू कर युवाओं को रोजगार देने की कोशिश की।

kamalnath

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री चौहान और भाजपा से सवाल किया, आपकी 15 साल की सरकार में प्रदेश में बेरोजगारी की क्या स्थिति रही, यह किसी से छुपा नहीं है। युवा हाथों में डिग्री लेकर नौकरी के लिये दर-दर भटकते रहे। क्लर्क व चपरासी की नौकरी तक के लिये हजारों डिग्रीधारी लाइनों में लगते रहे। मजदूरों व गरीबों के आंकड़े इसकी वास्तविकता खुद बयां कर रहे हैं। पिछली 15 वर्ष की सरकार में कितने युवाओं को आपकी सरकार ने रोजगार दिया, यह भी पहले आपको सामने लाना चाहिये।

shivraj singh kamalnath

उन्होंने आगे कहा, 15 वर्ष बाद आज युवाओं के रोजगार को लेकर आप नींद से जागे, आज आपने प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता से नौकरी देने के हमारे निर्णय के अनुरूप ही घोषणा की, लेकिन यह पूर्व की तरह ही सिर्फ घोषणा बन कर ही न रह जाये। प्रदेश के युवाओं के हक के साथ पिछले 15 वर्ष की तरह वर्तमान में भी छलावा न हो, वे ठगे न जाएं, यह आगामी उपचुनावों को देखते हुए मात्र चुनावी घोषणा बनकर ना रह जाये , इस बात का ध्यान रखा जाए अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।