मुंबई। रेलवे ने करीब ढाई महीने से अधिक समय के अंतराल के बाद सोमवार की सुबह को मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में सीमित उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू किया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। शहर की लाइफलाइन कहे जाने वाली सेंट्रल रेलवे (सीआर) और वेस्टर्न रेलवे (डब्ल्यूआर) के नेटवर्क पर स्थानीय सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा केंद्र से लोकल ट्रेन सेवाओं की बहाली के लिए बार-बार अपील की गई थी। अधिकारियों के अनुसार, उपनगरीय ट्रेनों की ध्वनियों ने सुबह-सुबह मुंबईकरों का अभिवादन किया। सीआर और डब्ल्यूआर ने मिलकर 450 सेवाएं शुरू की हैं। डब्ल्यूआर के प्रवक्ता रविंद्र भाकर ने कहा, डब्ल्यूआर अपनी 12 कार उपनगरीय सेवाओं के 60 जोड़े चलाएगा, यानी कुल 120 सेवाएं चर्चगेट और दहानू रोड के बीच दोनों दिशाओं में चलेंगी।
Maharashtra: A local train leaves from Nallasopara railway station. Western Railway has resumed their selected suburban services from today only for movement of essential staff as identified by the state government. pic.twitter.com/sazlrYvPZi
— ANI (@ANI) June 15, 2020
वहीं सीआर के प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने कहा, सीआर अपनी मुख्य लाइन पर दोनों ओर 100 सेवाएं चलाएगा। यह सेवाएं छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ठाणे, कल्याण, कर्जत और कसारा के बीच और हार्बर लाइन के दोनों ओर 70 सेवाएं यानी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और पनवेल के बीच चलेंगी।सोमवार को सीआर-डब्ल्यूआर के संयुक्त बयान में कहा गया है, “ये ट्रेनें 05.30 बजे से 23.30 बजे के बीच चलेंगी।”
Kind Attention :- Western Railway have decided to resume their selected suburban services over WR w.e.f. Monday, 15th June, 2020 with defined protocol & SOP, only for movement of essential staff as identified by the State Government. pic.twitter.com/KlZeGJEq2t
— Western Railway (@WesternRly) June 14, 2020
सीआर-डब्ल्यूआर के संयुक्त बयान में आगे कहा गया, “लोगों से अनुरोध किया जाता है कि स्टेशनों पर जल्दबाजी न करें और चिकित्सा और सामाजिक प्रोटोकॉल का पालन करें, जैसा कि कोविड-19 के लिए अनिवार्य है।”
इन बातों का रखना होगा ध्यान
इस दौरान जिन लोगों को सफर करने की इजाजत दी गई है उन्हें तभी सफर करने की अनुमति होगी जब वे पूरी तरह से स्वस्थ हों, बीमार न हों और कंटेनमेंट जोन से ना आ रहे हों। साथ ही ट्रेन में या स्टेशन पर अधिक भीड़ न हो इस बात का भी रखा जाएगा ध्यान। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए 1200 की क्षमता वाले डिब्बों में सिर्फ 700 लोगों को जाने की अनुमति होगा।