नई दिल्ली। हिंदुत्व के मुद्दे पर बीजेपी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर लगातार वार कर रही है। बीजेपी के वार से घबराए उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व को लेकर बड़ा बयान दिया है। सामना को दिए इंटरव्यू में सीएम उद्धव ठाकरे ने खुद के अभी भी हिंदुत्ववादी होने का दावा किया।
उद्धव ने कहा, “बिल्कुल! हिंदुत्व बरकरार है। हिंदुत्व बरकरार होने के बाद पार्टी की हैसियत से मेरे विचार बरकरार हैं। वे मेरी श्रद्धा हैं। सरकार चलाते समय इसका सवाल ही कहां उठता है! ऐसी कोई सरकार दिखाएं जो संविधान से हटके चला रहे होंगे। नरेंद्र मोदी संविधान के अनुसार सरकार नहीं चला रहे हैं? हिंदुत्व के आधार पर सरकार चला रहे हैं क्या? बताओ मुझे। अंतत: राम मंदिर का निर्णय संविधान के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय में ही हुआ न?”
उद्धव ने हिंदुत्व और संविधान को अलग अलग परिभाषित कर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश भी की। उद्धव ने कहा, “संविधान सभी मानते हैं और मैं अपनी पार्टी की हैसियत से, पक्षप्रमुख की हैसियत से मेरा जो हिंदुत्व है वह मेरी नीति है ही। कांग्रेस ने अपना सर्व-धर्म-समभाव छोड़ा क्या? नहीं छोड़ा। फिर मैंने भी अपना हिंदुत्व नहीं छोड़ा। परंतु सरकार के रूप में संविधान के दायरे में जो पालना होगा वह भी पालन कर ही रहा हूं…यह सभी ने लिखकर दिया है।”
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अपने सहयोगियों के राष्ट्रवाद के खिलाफ जा रहे स्टैंड से पहले से ही परेशान हैं।