नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 72 साल के हो गए हैं। वो देश में आज के दौर के सबसे कद्दावर नेता की छवि रखते हैं। कद्दावर नेता देश में तो कई हुए हैं, लेकिन मोदी की छवि इन सबसे अलग है। साथ ही वो देश के ऐसे नेता भी बन चुके हैं, जो सबसे ज्यादा वक्त तक शासन करने वाली कांग्रेस के खिलाफ सबसे सफल भी हैं। कांग्रेस के खिलाफ सफलता की इबारत मोदी ने गुजरात से ही लिख दी थी। वो साल 2001 में पहली बार गुजरात के सीएम बने थे। फिर 2002 के दंगे वहां हुए और कांग्रेस ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ‘मौत का सौदागर’ और ‘खून का दलाल’ जैसी बातें मोदी के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं ने की, लेकिन मोदी को डिगा नहीं सके। कांग्रेस के इन तमाम हमलों के बावजूद मोदी ने गुजरात में 2002, 2007 और 2012 में भी बड़े बहुमत से बीजेपी की सरकार बनाकर कांग्रेस को वहां नेस्तनाबूद कर दिया।
देश की सबसे पुरानी पार्टी को गुजरात में शिकस्त देने के बाद मोदी ने साल 2013 में दिल्ली का रुख किया। 2014 में लोकसभा चुनाव होने थे। इससे ठीक पहले 13 सितंबर 2013 को बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष और मौजूदा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी को बतौर पीएम कैंडिडेट घोषित किया। मोदी मैदान में उतरे। उन्होंने जनसभाओं, चाय पर चर्चा और होलोग्राफिक तकनीक से रैलियों की बाढ़ ला दी। नतीजे में 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 282 सीटें हासिल की। कांग्रेस को 50 से भी कम सीटें मिल सकीं और तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने का उसका सपना धूल में मिल गया। 5 साल मोदी को देश की हालत सुधारने में लगे। फिर 2019 का लोकसभा चुनाव आया। इस चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीद लगाई कि मोदी को वो पटकनी दे देगी, लेकिन मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने जीत की नई इबारत लिख दी। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर अकेले दम कब्जा कर लिया। कांग्रेस 55 सीटें ही जीत सकी।
नरेंद्र मोदी जब 2014 में पीएम बने, उस वक्त देश के 7 राज्यों में ही बीजेपी की सरकारें थीं। इसके बाद मोदी का चेहरा हर राज्य के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का अकेला चेहरा बनता रहा। नतीजे में 2018 तक बीजेपी ने देश की 21 राज्यों में सरकार बना ली। इससे पहले 16 राज्यों में कांग्रेस की सरकार होने का रिकॉर्ड था। हालांकि, उसके बाद बीजेपी को कई चुनाव में नुकसान भी हुआ। फिर भी वो अभी 12 राज्यों में अपने दम पर और 4 राज्यों में गठबंधन के साथ सरकार में है। अब गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। अगले साल मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं और फिर 2024 में लोकसभा के चुनाव होंगे। जाहिर तौर पर हर चुनाव में मोदी ही बीजेपी का चेहरा रहेंगे। सबकी नजर इस पर है कि मोदी की उपलब्धियों में और कितने पन्ने जीत की इबारतों के जुड़ते हैं।