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Narendra Modi: अफगानी राजदूत फरीद मामुन्दजई को प्रधानमंत्री मोदी की सलाह सोशल मीडिया पर खूब बटोर रही सुर्खियां

Narendra Modi: अफगानिस्तान ने राजदूत फरीद मामुन्दजई ने अपने जीवन का एक किस्सा शेयर करते हुए लिखा कि कुछ दिन पहले वह एक डॉक्टर के पास इलाज कराने गए थे, लेकिन बात-बात में जब डॉक्टर को यह पता चला कि वह अफगान के राजदूत हैं तो डॉक्टर ने उनसे यह कहते हुए कोई फीस नहीं ली, कि मैं एक भाई से फीस नहीं ले सकता हूं।

नई दिल्ली। आज के समय में सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया जहां से कोई भी चीज चंद मिनटों में सब तक पहुंच जाता है, और कई बार तो कई अच्छे वाकये भी सामने आ जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया ट्विटर पर देखा गया जहां अफगानी राजदूत ने अपना एक अनुभव शेयर किया तो पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हे गुजरात के हरिपुरा गांव जाने का न्यौता दे दिया ।

PM Narendra Modi

दरअसल भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने अपने जीवन का एक किस्सा शेयर करते हुए लिखा कि कुछ दिन पहले वह एक डॉक्टर के पास इलाज कराने गए थे, लेकिन बात-बात में जब डॉक्टर को यह पता चला कि वह अफगान के राजदूत हैं तो डॉक्टर ने उनसे यह कहते हुए कोई फीस नहीं ली, कि मैं एक भाई से फीस नहीं ले सकता हूं।

अफगानी राजदूत का यह ट्वीट पढ़ने के बाद एक शख्स बालकौर सिंह ढिल्लो उन्हें अपने गांव हरिपुरा आने का न्यौता दे दिया, जिस पर फरीद मामुन्दजई ने पूछा कि क्या ये सूरत का हरिपुरा गांव है? तो शख्स ने बताया कि नहीं ये राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में है, तब अफगानी राजदूत ने कहा कि राजस्थान के साथ अफगानिस्तान का लंबा इतिहास रहा है और मैं हरिपुरा जरूर आऊंगा।


इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर सलाह देते हुए लिखा कि आप किसान के गांव भी जरूर जाइए और इसके साथ आप सूरत के हरिपुरा गांव भी जाइए, वो भी अपने आप में इतिहास समेटे हुए है।

हरिपुरा से सुभाष चन्‍द्र बोस का खास रिश्ता था

आपको बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का सूरत के हरिपुरा से एक खास रिश्ता है। साल 1938 के अधिवेशन से पहले गांधी जी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सुभाष चंद्र बोस को चुना था और उनका स्वागत 51 बैलों से खींचे हुए रथ में किया गया था।