Dream Shattered: पंजाब का सीएम बनने का सिद्धू का सपना चकनाचूर, पार्टी ने लिया ये बड़ा फैसला

सिद्धू अब तक संकेतों में खुद को पंजाब का अगला सीएम दिखाते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के सामने उनके ये सारे संकेत धरे रह गए हैं। पंजाब कांग्रेस ने फैसला किया है कि एक परिवार से किसी एक को ही टिकट मिल सकता है। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी कांग्रेस से पिछली बार विधायक चुनी गई थीं।

Avatar Written by: January 12, 2022 1:02 pm

नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को जोर का झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धू को चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। इससे सिद्धू का सीएम बनने का सपना टूट गया है। सिद्धू अब तक संकेतों में खुद को पंजाब का अगला सीएम दिखाते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के सामने उनके ये सारे संकेत धरे रह गए हैं। पंजाब कांग्रेस ने फैसला किया है कि एक परिवार से किसी एक को ही टिकट मिल सकता है। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी कांग्रेस से पिछली बार विधायक चुनी गई थीं। माना जा रहा है कि आलाकमान के इशारे के बाद ही सिद्धू ने बीते कुछ दिन से चुप्पी साध ली है और सीएम पद या चुनाव को लेकर अपने पुराने अंदाज में वो नहीं दिख रहे हैं।

Captain Siddhu

सिद्धू की राह में रोड़ा तभी अटकता लग रहा था, जब पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने साफ कह दिया था कि एक परिवार से सिर्फ एक व्यक्ति को ही टिकट देने का फैसला हो चुका है। जाखड़ को कांग्रेस ने पंजाब में कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया हुआ है। इसके अलावा सिद्धू के तौर तरीकों को लेकर भी पंजाब कांग्रेस के तमाम लोगों और नेताओं ने विरोध जताया था। चन्नी सरकार में डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा बाकायदा कुछ विधायकों को लेकर बीते दिनों दिल्ली आए थे और नेताओं से मुलाकात की थी। रंधावा को सिद्धू से काफी शिकायतें हैं। यहां तक कि उन्होंने पद भी छोड़ने की पेशकश की थी।

sunil jakhar and sidhu

बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को सिद्धू के कहने पर कांग्रेस आलाकमान ने सीएम पद से हटा दिया था। अमरिंदर ने इसके बाद पार्टी छोड़कर पंजाब लोक कांग्रेस PLC बना लिया और बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर वो अब पंजाब में विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया। चन्नी दलित वर्ग से आते हैं। चन्नी के खिलाफ भी सिद्धू ने खूब बयानबाजी की थी। यहां तक कि चन्नी को सीएम बनाए जाने के बाद मांगें न माने जाने पर सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा तक दे दिया था। फिर कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धू को दिल्ली बुलाकर समझाया था। जिसके बाद सिद्धू ने इस्तीफा वापस लिया था।