नई दिल्ली। नेपाल चीन के इशारे पर भारत के खिलाफ चालें चल रहा है। बिहार के सीतामढ़ी में नेपाल के सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने खेतों में काम कर रहे भारतीय मजदूरों पर फायरिंग की। इसमें 3 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नेपाल के सशस्त्र बल के जवान सीतामढ़ी के सोनबरसा थाना क्षेत्र के निवासी लगन राय को मारपीट कर भारतीय सीमा से नेपाल के परसा थाने ले गए। नेपाल पुलिस से रिहाई के बाद घर पहुंचे लगन ने अपनी आपबीती सुनाई।
नेपाल पुलिस के द्वारा फायरिंग की घटना में सोनबरसा थाना क्षेत्र के जानकीनगर गांव निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र विकेश राय की मौत मौके पर ही हो गई थी। मौत के बाद स्थानीय लोगों ने लगन राय की रिहाई को लेकर मृतक के शरीर को लेकर सीमा पर ही प्रदर्शन किया था। लगन की नेपाल सशस्त्र बलों के जवानों के द्वारा रिहाई के बाद विकेश का अंतिम संस्कार ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह कर दिया।
शुक्रवार को नेपाल सशस्त्र बल के जवानों के द्वारा की गई फायरिंग को लेकर दोनों देशों की सीमाओं पर तनाव है। सीमा से सटे गांव में सन्नाटा पसरा है। उधर नेपाल द्वारा बंधक बनाए गए जानकी नगर गांव निवासी लगन राय ने बताया कि नेपाल सशस्त्र बल के जवानो ने यह कहते हुए उन पर दबाव बनाने की कोशिश की कि उनकी गिरफ्तारी नेपाल में ही की गई है लेकिन लगन ने इससे साफ इनकार कर दिया।
बीती रात सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा और एसपी अनिल कुमार की पहल के बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई। इसमे सहमति बनने के बाद देर रात लगन राय को नेपाल पुलिस ने भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जहां से ज़िला प्रशासन ने लगन को अपने घर भेज दिया।