Ram Temple: राम जन्मभूमि का बजट बढ़ाकर 1800 करोड़ किया गया, अब परिसर में बनेंगे इन 7 विभूतियों के भी मंदिर
ट्रस्ट की बैठक के बाद महासचिव चंपत राय ने मीडिया को बताया कि रामलला का भव्य मंदिर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। नींव और प्लिंथ बनाने के बाद अब मंदिर का मुख्य ढांचा बनाया जा रहा है। मंदिर को गुलाबी पत्थर से बनाया जा रहा है। इसके भीतर नक्काशीदार सफेद संगमरमर लगाया जाएगा।
अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर रामलला का भव्य मंदिर तो बन ही रहा है। अब यहां भगवान राम से जुड़े अन्य महान विभूतियों के मंदिर भी बनाने की तैयारी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की रविवार को हुई बैठक में तय किया गया कि राम जन्मभूमि परिसर में मुख्य मंदिर के अलावा अब महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, माता शबरी, निषादराज और जटायु के भी मंदिर बनेंगे। ट्रस्ट की बैठक में तय किया गया कि 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के दिन रामलला को गर्भगृह में विराजमान कराया जाएगा। ट्रस्ट ने नए मंदिर बनाने के लिए अब बजट को भी 400 करोड़ से बढ़ाकर 1800 करोड़ कर लिया है।
ट्रस्ट की बैठक के बाद महासचिव चंपत राय ने मीडिया को बताया कि रामलला का भव्य मंदिर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। नींव और प्लिंथ बनाने के बाद अब मंदिर का मुख्य ढांचा बनाया जा रहा है। मंदिर को गुलाबी पत्थर से बनाया जा रहा है। इसके भीतर नक्काशीदार सफेद संगमरमर लगाया जाएगा। मंदिर का डिजाइन बदला गया है। इस वजह से इसके पूरी तरह बनने में वक्त लगेगा। फिर भी हर हाल में ट्रस्ट की तरफ से गर्भगृह और नाट्यमंडप को पहले 2023 के दिसंबर तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है। उसी के अनुरूप काम चल रहा है। बजट बढ़ाए जाने के बाद नए मंदिर बनाने में भी दिक्कत नहीं आएगी। रामायण काल के महान लोगों के मंदिर बनने से यहां दर्शनार्थियों को अलग ही सुख की अनुभूति होगी।
बता दें कि रामलला के मंदिर का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था। इसके बाद ही एलएंडटी और टाटा के साथ अन्य निजी कंपनियों को मंदिर बनाने की जिम्मेदारी दी गई। मंदिर के लिए राजस्थान और यूपी से पत्थर लाए जा रहे हैं और उनको तराशा जा रहा है। पत्थर तराशने का काम दिन-रात चल रहा है। मंदिर का आर्किटेक्ट गुजरात का मशहूर सोमपुरा परिवार है।