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बॉयज लॉकर रूम मामले में सनसनीखेज खुलासा, एक लड़की ने लड़का बनकर की थी अश्लील चैट

बॉयज लॉकर रूम केस मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ब्वायज लॉकर रूम में जिन अश्लील बातचीत के स्क्रीन शॉट प्रसारित किए गए थे, वह चैट जिन किशोरों के बीच हुई थी, वे बॉयज लॉकर रूम से किसी भी प्रकार से जुड़े हुए ही नहीं हैं।

नई दिल्ली। बॉयज लॉकर रूम केस मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ब्वायज लॉकर रूम में जिन अश्लील बातचीत के स्क्रीन शॉट प्रसारित किए गए थे, वह चैट जिन किशोरों के बीच हुई थी, वे बॉयज लॉकर रूम से किसी भी प्रकार से जुड़े हुए ही नहीं हैं। दोनों के बीच स्नैपचैट पर बातचीत हुई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि स्नैपचैट पर बातचीत करने के लिए सिद्धार्थ नाम की जिस प्रोफाइल को बनाया गया, वह एक किशोरी ने बनाई थी और अपने दोस्त के चरित्र के बारे में जानने के लिए अश्लील बातों के साथ दुष्कर्म की बात कही थी।

स्नैपचैट पर हुई बातचीत के स्क्रीन शॉट ही बॉयज लॉकर रूम में प्रसारित किए गए थे, जबकि स्नैपचैट पर बात करने वाली किशोर और किशोरी किसी भी तरह से ब्वायज लॉकर रूम से नहीं जुड़े हैं। हालांकि इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने के साथ एक किशोर को भी पकड़ा गया है। इसके अलावा बॉयज लॉकर रूम से जुड़े सभी 24 छात्रों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। दोनों से मिले मोबाइल और अन्य उपकरणों को जब्त करके फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

ग्रुप के सदस्यों के बीच कथित चैट के स्क्रीनशॉट सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध थे। उन के आधार पर एक किशोर की पहचान की गई और मामला दर्ज होने के साथ ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसके द्वारा प्रयोग किए गए मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया।

Instagram Boomrang slomo

इस ग्रुप के अन्य सदस्यों का विवरण उनके शैक्षणिक संस्थान, मित्रों व परिचितों से एकत्र किए गए। मामला दर्ज करने के अगले दिन नोएडा के निवासी ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार किया गया था। मामले से जुड़े 24 से अधिक छात्रों से पूछताछ करने के साथ मामले से जुड़े मोबाइल व अन्य उपकरणों को जब्त करके फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

जांच में यह बात सामने आई कि ग्रुप पर चैट के दौरान जो स्क्रीन शॉट साझा किए गए, वे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी थे। इन स्क्रीनशॉट्स में कुछ स्नैपचैट पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट हैं। जहां सिद्धार्थ नाम का एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को लड़की पर उत्तेजित यौन हमले की योजना का सुझाव दे रहा है। जांच में सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि कथित स्नैपचैट बातचीत वास्तव में एक लड़की और एक लड़के के बीच है। जिसमें लड़की ने सिद्धार्थ नाम के एक फर्जी स्नैपचैट खाता बनाया और वह चैट संदेश भेज रही है। एक पुरुष के रूप में नकली पहचान का उपयोग करते हुए उसने चैट में एक लड़की (फर्जी प्रोफाइल बनाने वाली लड़की ने खुद के लिए) के यौन उत्पीड़न करने की योजना का सुझाव दिया। एक नकली पहचान का उपयोग करके इस तरह के चैट संदेश भेजने का उद्देश्य चैट करने वाले लड़के की प्रतिक्रिया और उसके चरित्र की जांच करना था। खासकर जब कोई लड़की खुद के बारे में बुरी बात कर रही हो।