
नई दिल्ली। अभी भले ही उत्तर भारत के राज्यों में लोगों को ठंड से राहत लग रही हो, लेकिन इस महीने के अंत तक मौसम के फिर करवट लेने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 29 और 30 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी होगी। वहीं, मैदानी राज्यों में भी इस ताजा पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इस महीने के अंत में एक बार फिर जमकर बर्फबारी और बारिश का दौर चल सकता है। वहीं, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी के भी कई जगह हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि पंजाब के कई हिस्सों में शीतलहर की वापसी हो सकती है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में न्यूनतम तापमान 1 से 5 डिग्री तक है। मैदानी इलाकों की बात करें, तो अमृतसर में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, मैदानी इलाके के अन्य राज्यों में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री तक बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान और 2 डिग्री गिर सकता है। उत्तर-पश्चिमी से लेकर पूर्वी भारत तक न्यूनतम तापमान में ये गिरावट दर्ज हो सकती है। पूर्वी यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल के हिमालय से लगे इलाकों, असम, मेघालय समेत पूर्वोत्तर के राज्यों और सिक्किम में घना कोहरा अभी छाए रहने का मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है।
इस साल मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि ठंड ज्यादा होगी। इसकी वजह ला नीना का प्रभाव है। ला नीना के प्रभाव से समुद्र की सतह का तापमान जमीन से ज्यादा हो जाता है। हालांकि, जनवरी करीब-करीब खत्म होने को है, लेकिन ज्यादा दिन तक कंपाने वाली ठंड नहीं देखी गई है। माना जा रहा है कि फरवरी में कई पश्चिमी विक्षोभ और आ सकते हैं। जिसकी वजह से ठंड का असर बना रहेगा। मार्च के दूसरे हफ्ते तक ठंड का असर देखा जा सकता है। हालांकि, मौसम विभाग आधिकारिक तौर पर दिसंबर और जनवरी को ही ठंड वाला महीना मानता है।