
नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन अपनी भारत यात्रा के दौरान 18 मार्च को नई दिल्ली स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। न्यूजीलैंड पीएम के साथ उनकी कैबिनेट के कुछ मंत्री, न्यूजीलैंड सरकार के वरिष्ठ अधिकारी समेत 110 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी इस दौरान वहां मौजूद रहा। प्रधानमंत्री लक्सन ने स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में भगवान की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धाभाव से पुष्प अर्पित किए। उन्होंने भगवान के ‘अभिषेक’ अनुष्ठान में भी भाग लिया जो एक प्राचीन हिंदू जल-अर्पण विधि है। इसी के साथ उन्होंने सभी के लिए शांति, सद्भाव और कल्याण की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री लक्सन और उनके प्रतिनिधिमंडल का अक्षरधाम मंदिर में पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। उन्होंने मंदिर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक भव्यता का अवलोकन किया। बहुत ही बारीकी से तराशे गए भव्य अक्षरधाम मंदिर, जो भारत की समृद्ध विरासत, भक्ति और मूल्यों का प्रतीक है को देखकर न्यूजीलैंड के पीएम प्रसन्न हो गए। प्रधानमंत्री लक्सन के नेतृत्व, उनके परिवार की सुख-शांति और न्यूजीलैंड के समृद्ध भविष्य के लिए विशेष प्रार्थनाएं भी की गईं। पीएम क्रिस्टोफर लक्सन ने अपने संदेश में लिखा कि अक्षरधाम मंदिर आना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है। उन्होंने अपने आतिथ्य के लिए बीएपीएस का आभार जताया और अक्षरधाम मंदिर को शांति और शिक्षा के एक बहुत ही विशेष स्थान की संज्ञा दी।
‘सत्संग दीक्षा’ का माओरी भाषा में प्रथम संस्करण पीएम लक्सन को किया गया भेंट
इस विशेष अवसर पर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को ‘सत्संग दीक्षा’ के माओरी भाषा में प्रथम मुद्रित संस्करण की प्रति भेंट की गई। यह पवित्र हिंदू ग्रंथ परम पूज्य महंत स्वामी महाराज द्वारा रचित है। न्यूजीलैंड पीएम को दिया गया यह उपहार भारत और न्यूजीलैंड के बीच साझी श्रद्धा, संस्कृति और भक्ति को दर्शाता है। मूल रूप से संस्कृत में रचित ‘सत्संग दीक्षा’ स्वामीनारायण परंपरा का एक प्रमुख ग्रंथ है, जो आंतरिक शांति, निःस्वार्थ सेवा और आध्यात्मिक अनुशासन का मार्गदर्शन करता है। इसका माओरी भाषा में अनुवाद दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
परम पूज्य महंत स्वामी महाराज का पीएम लक्सन के नाम संदेश
यात्रा के समापन पर, परम पूज्य महंत स्वामी महाराज ने प्रधानमंत्री लक्सन के लिए एक व्यक्तिगत पत्र में अपना संदेश भेजा। पूज्य महंत स्वामी महाराज ने न्यूजीलैंड पीएम को संबोधित करते हुए लिखा, आपकी अक्षरधाम यात्रा और इसके लिए समर्पित किया गया समय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति आपके सम्मान को दर्शाता है। अक्षरधाम श्रद्धा, एकता और समाज सेवा का प्रतीक है और आपकी यात्रा ने सद्भाव और सद्भावना के संदेश को और अधिक सशक्त किया है।
न्यूजीलैंड में भारतीय समुदाय के प्रति समर्थन के लिए पीएम लक्सन का जताया आभार
परम पूज्य महंत स्वामी महाराज ने न्यूजीलैंड में भारतीय समुदाय के प्रति प्रधानमंत्री लक्सन के समर्थन के लिए भी आभार व्यक्त किया और उनकी समावेशी और शांतिपूर्ण समाज की स्थापना की दिशा में की जा रही कोशिशों की सराहना की। पीएम लक्सन के इन प्रयासों की बदौलत भारत और न्यूजीलैंड के मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत हो रहे हैं।
भारत-न्यूजीलैंड के आर्थिक और व्यापारिक संबंध हुए सुदृढ़
अक्षरधाम दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री लक्सन के साथ न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैक्ले, जातीय समुदाय मंत्री मार्क मिशेल और पर्यटन मंत्री लुईस अप्सटन भी उपस्थित थे। इसके अलावा, संसद सदस्य एंडी फोस्टर, कार्लोस चेउंग, डॉ. परमजीत परमार, प्रियंका राधाकृष्णन, साथ ही न्यूजीलैंड के उच्चायुक्त महामहिम पैट्रिक राटा भी उनके साथ थे। न्यूजीलैंड के प्रमुख व्यापारिक संस्थानों के उच्च अधिकारी भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिससे दोनों देशों के आर्थिक और व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे।