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Rajasthan: राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौर में नहीं थम रहा दलित उत्पीड़न, मंदिर में दंपति को घुसने से रोका

पुजारी ने कहा कि दलित समुदाय से हो, इसलिए मंदिर में घुसने नहीं देंगे। कुछ ग्रामीण भी पुजारी के पक्ष में आ गए और उन्होंने समर्थन करते हुए कहा कि पुजारी से बहसबाजी का कोई मतलब नहीं है। तारा राम के मुताबिक पुजारी से काफी मनुहार भी की गई, लेकिन वो नहीं माने।

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान दलितों का खूब उत्पीड़न होने की खबरें आए दिन आती हैं। अब ऐसी घटनाओं में जालौर की एक घटना भी जुड़ गई है। जालौर में नवविवाहित दलित दंपति को मंदिर में प्रवेश और पूजा करने से रोकने की घटना हुई है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद पुजारी को गिरफ्तार किया है। शनिवार को ये घटना हुई। जब अहोर अनुमंडल के नीलकंठ गांव में मंदिर के दरवाजे पर दंपति को रोका गया। पुजारी के साथ दंपति की काफी बहस भी हुई। पुजारी जब टस से मस नहीं हुआ, तो पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया।

जालौर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुजारी के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है। शिकायत के मुताबिक कूका राम नाम के शख्स की बारात शनिवार को नीलकंठ गांव पहुंची थी। नवविवाहित जोड़ा शादी के बाद मंदिर में नारियल चढ़ाने गया था। दुल्हन के घरवाले तारा राम के मुताबिक पुजारी ने मंदिर के दरवाजे पर सभी को रोक दिया और बाहर ही नारियल चढ़ाने के लिए कहा। इसका जमकर विरोध हुआ, लेकिन पुजारी अपनी बात पर अड़ा रहा।

rajasthan police

तारा राम के मुताबिक पुजारी ने कहा कि दलित समुदाय से हो, इसलिए मंदिर में घुसने नहीं देंगे। कुछ ग्रामीण भी पुजारी के पक्ष में आ गए और उन्होंने समर्थन करते हुए कहा कि पुजारी से बहसबाजी का कोई मतलब नहीं है। तारा राम के मुताबिक पुजारी से काफी मनुहार भी की गई, लेकिन वो नहीं माने। जिसके बाद पुलिस में शिकायत की गई।