चेन्नई। कोयंबटूर में पिछले साल 23 अक्टूबर को हुए सिलेंडर ब्लास्ट के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आज तड़के से तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में छापेमारी कर रही है। एनआईए की टीमों ने करीब 60 जगह छापे मारे हैं। आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंध रखने वालों की धरपकड़ के लिए एनआईए के छापे जारी हैं। कोयंबटूर में पिछले साल दिवाली से एक दिन पहले मंदिर के बाहर कार में धमाका हा था। कार में एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट किया गया था। विस्फोट से 29 साल के जमीशा मुबीन की मौत हुई थी। कार में विस्फोट के बाद कील और स्टील के छर्रे चारों तरफ फैल गए थे।
इस मामले की जांच एनआईए ने शुरू की थी। जिसमें पता चला था कि मुबीन के रिश्ते आतंकी संगठन आईएसआईएस से थे। कार बम को भीड़ वाली जगह पर शायद वो ले जा रहा था, लेकिन सर्किट में गड़बड़ी की वजह से बम में धमाका पहले ही हो गया था। सुबह हुए विस्फोट की वजह से मुबीन के अलावा कोई और हताहत नहीं हुआ था। मुबीन इंजीनियर था। उससे साल 2019 में भी एनआईए ने आतंकी संगठनों से रिश्तों को लेकर पूछताछ की थी। मुबीन को कोयंबटूर धमाके के मामले में एनआईए ने मुख्य आरोपी बनाया है।
एनआईए ने इससे पहले केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में छापेमारी की थी। आईएसआईएस, लश्कर-ए-तैयबा और पीएफआई से रिश्ते रखने वाले कई आतंकियों को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार भी किया था। आज पड़ रहे छापों में भी तमाम लोगों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। दक्षिण भारत के इन तीनों राज्यों में पिछले काफी साल से कट्टरपंथी और आतंकी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। कर्नाटक में कई हिंदूवादी नेताओं की हत्या भी बीते साल हुई थी। इन्हीं वजहों से एनआईए लगातार कर्नाटक समेत तीनों राज्यों में ऐसे तत्वों की गतिविधियों पर नजर रख रही है।