निर्भया के दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर 3 में किया गया शिफ्ट
दोषियों की फांसी टलने से निर्भया की मां आशा देवी नाराज हैं, उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार नहीं चाहती है कि दोषियों को फांसी हो। उन्होंने कहा, फांसी में हो रही देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है।
नई दिल्ली। गुरुवार को निर्भया के दोषियों को तिहाड़ में जेल नंबर 3 में शिफ्ट किया गया। जेल नंबर 3 में ही फांसी की कोठी है। शिफ्ट किए चारों दोषियों को अलग-अलग मोस्ट सिक्योरिटी वाले सेल में रखा गया है। इसके पहले अक्षय और मुकेश तिहाड़ जेल नंबर 2, विनय जेल नंबर 4 में था तो वहीं दोषी पवन को मंडोली जेल से निकालकर तिहाड़ की जेल नंबर 2 में शिफ्ट किया गया था।
फिलहाल अब मौत की सजा पाए सभी दोषियों को जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया है, जिसमें फांसी कोठी भी है। इससे पहले गुरुवार को ही निर्भया गैंगरेप के दोषी मुकेश सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों की फांसी पर स्टे लगा दिया, जिसका मतलब है कि उन्हें अब 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर नहीं लटकाया जाएगा।
नियमों के तहत जेल अधिकारियों को कोर्ट और राज्य सरकार को सूचित करना होगा कि दया याचिका दायर की गई है और फांसी की सजा को स्थगित करना है। जेल अधिकारियों को रिपोर्ट दाखिल करनी होगी कि जब तक राष्ट्रपति द्वारा निर्णय नहीं दे दिया जाता, तब तक कैदियों को फांसी नहीं दी जाएगी। यह रिपोर्ट शुक्रवार को अदालत के समक्ष दायर की जानी है।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने गुरुवार को कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल की है जिसमें कहा गया है कि हमने मुकेश की अर्जी को खारिज कर एलजी के पास भेज दी है। अब कोर्ट ने जो विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, उसमें सभी जानकारियों को दिल्ली सरकार और जेल अथॉरिटी को कोर्ट में देना होगी।
दोषियों की फांसी टलने से निर्भया की मां आशा देवी नाराज हैं, उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार नहीं चाहती है कि दोषियों को फांसी हो। उन्होंने कहा, ‘फांसी में हो रही देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। दोषियों को फायदा क्यों मिल रहा है। मेरी बेटी की हत्या हुए सात साल हो गए हैं, लेकिन आज भी मैं न्याय के लिए लड़ रही हूं। यह सरकार की गलती है। मैं एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट जा रही हूं बस। मुझे क्यों सजा दी जा रही है।’