भरे सदन में सीतारमण ने बजट पेश करने से पहले पूर्व वित्तमंत्री जेटली को लेकर कहा कुछ ऐसा

बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 1 जुलाई 2017 से जीएसटी लागू किया गया था। इसका मकसद पूरे देश के टैक्स सिस्टम में एकरूपता लाना है। इससे पहले तक प्रत्येक राज्य में अलग-अलग टैक्स स्लैब लागू था। अब पूरे देश में चार टैक्स स्लैब ही लागू हैं।

Avatar Written by: February 1, 2020 3:37 pm

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। बजट भाषण की शुरुआत निर्मला सीतारमण ने अरुण जेटली को याद करते हुए की। उन्होंने जीएसटी का जिक्र करते दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली का जिक्र किया। बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 1 जुलाई 2017 से जीएसटी लागू किया गया था। इसका मकसद पूरे देश के टैक्स सिस्टम में एकरूपता लाना है। इससे पहले तक प्रत्येक राज्य में अलग-अलग टैक्स स्लैब लागू था। अब पूरे देश में चार टैक्स स्लैब ही लागू हैं। देशभर में एक समान टैक्स प्रणाली लागू करने के ऐतिहासिक कदम में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली की महत्वपूर्ण भूमिका थी।

nirmala sitharaman and arun jaitley

वित्तमंत्री सीतारमण ने शनिवार को अपने पूर्व सहयोगी अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी और जीएसटी पर उनके भाषण का उद्धरण दिया, ‘यह एक ऐसा भारत होगा जहां केंद्र और राज्य मिलकर सद्भाव की दिशा में एक साथ काम करेंगे’ और कहा कि सरकार ने 2006 से 2016 के बीच 27.1 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। सीतारमण ने बजट 2020-21 भाषण के शुरुआत में जेटली को याद किया और कहा, “इसके मुख्य वास्तुकार आज हमारे बीच नहीं हैं। मैं दिवंगत नेता अरुण जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।”

FM Nirmala Sitharaman

उन्होंने कहा, “वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) देश में सबसे ज्यादा ऐतिहासिक है।” जेटली का हवाला देते हुए वित्तमंत्री ने कहा, “जीएसटी के लागू होने के समय उन्होंने कहा था कि भारत एक ऐसा भारत होगा, जहां केंद्र और राज्य सौहार्द्र से काम करेंगे.. देश की खातिर संकीर्ण राजनीति से बाहर निकलेंगे और जीएसटी से न तो राज्य और न ही केंद्र अपनी संप्रभुता खोएंगे।”

सीतारमण ने कहा, “इस विजन को सच साबित करते हुए जीएसटी धीरे-धीरे देश को एकीकृत करने वाले कर के रूप में मजबूत हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप लॉजिस्टिक्स व परिवहन क्षेत्र में पर्याप्त लाभ हो रहा है। इससे एमएसएमई को महत्वपूर्ण लाभ हुआ है।”

nirmla Sitaraman new

सरकार के कार्यों को उजागर करते हुए मंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के आदर्श वाक्य के साथ गरीबों व वंचितों के लिए नए कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया गया है। उन्होंने कहा, “हम हर नागरिक के जीवन को आसान बनाने का प्रयास करेंगे। 2006-16 के बीच भारत 27.1 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सक्षम हुआ है। मोदी सरकार के तहत हासिल उपलब्धि अभूतपूर्व है और इसे वैश्विक मान्यता है।”

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