उत्तर प्रदेश सरकार के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने स्टेट सपोर्ट एग्रीमेन्ट पर किए हस्ताक्षर
Noida International Airport : मुख्यमंत्री(CM Yogi) ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हेतु सभी प्रकार की बाध्यकारी अनापत्ति प्राप्त करने का दायित्व पूरी तरह से कन्सेशनेयर ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि. का होगा।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां सरकारी आवास पर नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए गठित नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट लि0 (NIAL) तथा इसके विकास के लिए चयनित ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि (YIAPL) के मध्य ‘स्टेट सपोर्ट एग्रीमेन्ट’ पर हस्ताक्षर किये गये। राज्य सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एवं मुख्यमंत्री एसपी गोयल, सचिव नागरिक उड्डयन एवं मुख्यमंत्री सुरेन्द्र सिंह, नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डाॅ अरुणवीर सिंह तथा नोडल ऑफिसर नोएडा एयरपोर्ट शैलेन्द्र कुमार भाटिया ने हस्ताक्षर किये। ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि. की ओर से सीईओ क्रिस्टाफ श्लेनमन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरन जैन और लीगल हेड शोभित गुप्ता ने हस्ताक्षर किये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना को त्वरित गति से विकसित करने की दिशा में सभी पक्षों ने जो प्रतिबद्धता दिखाई है, वह एक नई कार्य संस्कृति को दर्शाती है। वर्तमान सरकार प्रदेश में विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के विकास में तेजी से कार्य कर रही है। आज प्रदेश में एक्सप्रेस वेज, एयरपोर्ट, विभिन्न नगरों में मेट्रो रेल, सड़कों का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों से आज प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ी है। पहले जहां मात्र 02 एयरपोर्ट ही कार्यशील थे, अब 5 और नये एयरपोर्ट क्रियाशील हो गये हैं, जबकि बरेली का एयरपोर्ट 8 मार्च, 2021 से शुरु हो जाएगा। इसके अलावा, 17 अन्य जनपदों में एयरपोर्ट/एयरस्ट्रिप के विकास का कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज, गोरखपुर, सहारनपुर, मेरठ, श्रावस्ती, आजमगढ़ जैसे जनपदों से एयरकनेक्टिविटी की डिमाण्ड आ रही है। राज्य सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुशीनगर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन शीघ्र शुरु हो जाएगा। जनपद अयोध्या में भी जल्द ही इण्टरनेशनल एयरपोर्ट तैयार होगा। इस प्रकार उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही 5 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट होंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी कनेक्टिविटी तेज विकास का कारक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट की स्थापना का मामला पिछले 30 वर्षाें से लम्बित था। मार्च, 2017 में वर्तमान सरकार द्वारा जेवर में एयरपोर्ट की स्थापना और विकास का निर्णय लिया गया, जिसे दिसम्बर, 2017 में मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित किया गया।
उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के विकास की दिशा में हम निरन्तर प्रगति कर रहे हैं। यह परियोजना पीपीपी मोड में विकसित की जा रही है। इस एयरपोर्ट से सम्बन्धित सभी कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किये जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय को नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना की नियमित समीक्षा करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही थी, तब भी राज्य सरकार ने प्रदेश की आर्थिक प्रगति पर अपना ध्यान बनाए रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के लिए ग्लोबल ई-टेण्डर प्रक्रिया के माध्यम से चयनित ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी को सेलेक्टेड बिडर घोषित किया गया। इस परियोजना के लिए वर्ष 2021-22 के बजट में 2,000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। विगत 7 अक्टूबर, 2020 को ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि. तथा नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट लि0 के बीच कंसेशन एग्रीमेन्ट हस्ताक्षरित किया जा चुका है।
इस एग्रीमेन्ट के 180 दिन के अन्दर आज यहां स्टेट सपोर्ट एग्रीमेन्ट हस्ताक्षरित होने से अब इस परियोजना का विकास तेजी से हो सकेगा। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने जेवर एयरपोर्ट में हवाई पट्टियों की संख्या 2 से बढ़ाकर 6 करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एयरपोर्ट से बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार नोएडा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट हेतु 4-लेन रोड की कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगी। वर्तमान सड़कों को अपग्रेड, माॅडर्नाइज और मेनटेन करेगी। साथ ही, इस एयरपोर्ट को मेट्रो/रेल से जोड़ने का भरसक प्रयास करेगी। इसके अलावा, अपने विभागों के माध्यम से परियोजना की बाउण्ड्री पर यूटीलिटी सर्विस भी प्रदान करेगी तथा विभागों द्वारा एयरपोर्ट के विस्तार व विकास हेतु आवश्यक सहयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से सम्बन्धित दोनों पक्ष नोएडा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के अन्दर व बाहर सफाई सुनिश्चित करेंगे, जिससे पक्षियों व जानवरों का आवागमन नियंत्रित किया जा सके व सुरक्षित उड़ान सम्पादित हो सके। राज्य सरकार एयरपोर्ट हेतु सुरक्षा प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हेतु सभी प्रकार की बाध्यकारी अनापत्ति प्राप्त करने का दायित्व पूरी तरह से कन्सेशनेयर ज्यूरिक एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि. का होगा। प्रदेश सरकार अपने स्तर से सभी आवश्यक आपत्तियां समयबद्ध रूप से निर्गत करेगी या निर्गत कराने में मदद करेगी। मास्टर प्लान को अनुमोदित कराने में भी प्रदेश सरकार द्वारा भरपूर सहयोग किया जाएगा। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर को नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हेतु अधिग्रहीत भूमि पर स्थित गांव के निवासियों का पुनस्थापना का कार्य अप्रैल, 2021 में पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस परियोजना के तहत प्रभावित होने वाले व्यक्तियों के पुन पुनस्थापन हेतु जेवर बांगर में विकास कार्याें को अप्रैल माह में पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
साथ ही, एसपीवी यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि. को कन्सेशन एग्रीमेन्ट के अनुसार 90 प्रतिशत भूमि का कब्जा मार्च, 2021 में ही देने के निर्देश दिये। उन्होंने नागरिक उड्डयन विभाग को नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु आवश्यक भूमि के अधिग्रहण हेतु मंत्रिपरिषद का अनुमोदन प्राप्त कर वित्तीय स्वीकृति जारी कर अधिग्रहण की कार्यवाही प्रारम्भ करने के निर्देश दिये।