नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत ने झारखंड की राजधानी रांची में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।
आरएसएस प्रमुख का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।
#WATCH Ranchi: RSS chief recounts his conversation with an RSS worker in UK where he said “…’nationalism’ shabd ka upyog mat kijiye. Nation kahenge chalega,national kahenge chalega,nationality kahenge chalgea,nationalism mat kaho. Nationalism ka matlab hota hai Hitler,naziwaad. pic.twitter.com/qvibUE7mYt
— ANI (@ANI) February 20, 2020
हिंदुत्व के मसले पर मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू ही एक ऐसा शब्द है जो भारत को दुनिया के सामने सही तरीके से पेश करता है। भले ही देश में कई धर्म हों, लेकिन हर व्यक्ति एक शब्द से जुड़ा है जो हिंदू है। ये शब्द ही देश के कल्चर को दुनिया के सामने दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा जो देश को जोड़ने का काम करेगा।
संघ प्रमुख ने कहा कि हम सभी को मानवता के साथ जीना सीखना होगा, इसके लिए देश से प्यार करना जरूरी है। संघ में हम अपने कार्यकर्ताओं को इसी बारे में ज्ञान देते हैं।