Agneepath Scheme: अग्निवीरों के लिए जारी हुई अधिसूचना, इस महीने से शुरू हो जाएगी भर्ती
Agneepath Scheme: अग्निवीर योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच अब सेना की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के मुताबिक, आगामी जुलाई माह में अग्निवीरों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिसमें मेडिकल जांच सहित शारीरिक जांच का प्रावधान शामिल है। सेना में बतौर अग्निवीर उसे ही शामिल किया जाएगा, जो इन तमाम पैमानों में खरा उतरता है।
नई दिल्ली। अग्निवीर योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच अब सेना की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के मुताबिक, आगामी जुलाई माह में अग्निवीरों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिसमें मेडिकल जांच सहित शारीरिक जांच का प्रावधान शामिल है। सेना में बतौर अग्निवीर उसे ही शामिल किया जाएगा, जो इन तमाम पैमानों में खरा उतरता है। बीते दिनों में तीनों सेनाओं के प्रमुख की ओर से भी साफ किया जा चुका था कि हिंसा में लिप्त युवा सेना में भर्ती हेतु तैयारी शुरू कर दें, क्योंकि सेना में बतौर अग्निवीर उन्हें ही शामिल किया जाएगा, जिसका हिंसा में नाम न हो। प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया है कि सेना का मूल मंत्र ही अनुशासन होता है, लिहाजा किसी भी ऐसे युवा को सेना मेंं शामिल नहीं किया जाएगा, जिनका नाम हिंसा में संलिप्त हो।
Indian Army issues notification for Agniveer recruitment rally, registration to open from July onwards#AgnipathScheme pic.twitter.com/VnrAiOXibU
— ANI (@ANI) June 20, 2022
वहीं, बीते रविवार और आज भी योजना के विरोध में युवाओं का आक्रोश देखने को नहीं मिल रहा है, जिसे देखकर यह माना जा रहा है कि अब युवाओं के जेहन में उक्त योजना को लेकर व्याप्त आशंका अब खत्म हो चुकी है। यह उसी का परिणाम है कि अब हिंसा देखने को नहीं मिल रही है। हालांकि, कांग्रेस समेत अन्य दल युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। बीते रविवार को भी इस मकसद के साथ जंतर-मंतर पर प्रियंका गांधी की अगुवाई में अग्निपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन किया गया था।
उधर, दूसरे विरोधी दलों के नेता इस आंदोलन का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, सरकार समेत सेना की तरफ इस योजना के संदर्भ में युवाओं के जेहन में व्याप्त आशंकाओं को सिरे से खारिज कर रहे हैं। वहीं, अब युवाओं की मनोदशा से भी यह साफ जाहिर हो रहा है कि अब युवा इस योजना को समझ चुके हैं। लिहाजा वे सियासत के शिकार नहीं होने वाले हैं।