नई दिल्ली। आजकल ममता बनर्जी की पार्टी के दिन कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं…पहले उनके द्वारा चयनित किए गए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हार का सामना करना पड़ा…फिर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को भ्रष्टाचार के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया…जिसे लेकर अब बीजेपी ममता की पार्टी पर हमलावर हो चुकी है। हालांकि, बीते रविवार को ममता दीदी ने इस पूरे प्रकरण में अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि मैं भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती हूं। अगर किसी ने गलती की है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। लेकिन, अब जो खबर सामने आई है, उसने एक बार फिर ममता की पार्टी को मुश्किलों के जंजाल में फंसाकर रख दिया है।
दरअसल, खबर है कि ममता की पार्टी के विधायक माणिक भट्टाचार्य अब पार्थ चटर्जी के बाद ईडी के रडार पर आ चुके हैं। उन्हें ईडी ने तलब किया है। ईडी ने उनसे इस मामले में पूछताछ करेगी। आपको बता दें कि माणिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। भट्टाचार्य को बुधवार को ईडी के समक्ष 12 बजे पेश होने के लिए कहा गया है। ध्यान रहे कि जिस दिन ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के यहां छापेमारी की थी, ठीक उसी दिन माणिक भट्टाचार्य के यहां भी आठ घंटे तक छापेमारी की गई थी। अब ऐसे माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में माणिक भट्टाचार्य का मामला तूल पकड़ सकता है, जो कि टीएमसी में तूफान लाने के लिए पर्याप्त है।
TMC MLA Manik Bhattacharya has been summoned by ED after the arrest of the West Bengal Minister and former Education Minister of the state, Partha Chatterjee & his close aide Arpita Mukherjee. He has been to join the ED Kolkata office tomorrow.
— ANI (@ANI) July 26, 2022
गौरतलब है कि इससे पहले अर्पिता मुखर्जी के यहां ईडी की छापेमारी के दौरान 21 करोड़ रूपए से भी अधिक की बरामदगी की जा चुकी है। अर्पिता आगामी 6 अगस्त हिरासत में रहेंगी। जहां अभी उनसे इस पूरे मामले के संदर्भ में कई पहलुओं पर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, इस पूरे मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में देखना होगा कि जांच के उपरांत क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम