मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता पर बैठे महाविकास अघाड़ी गठबंधन में अब कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी NCP में जंग छिड़ गई है। वजह गोंडिया जिला परिषद का चुनाव है। इस चुनाव में एनसीपी ने विपक्षी बीजेपी से हाथ मिला लिया है। यही कांग्रेस को नागवार गुजरा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने एनसीपी के इस कदम को पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया और कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में वो सोनिया और राहुल गांधी को बताएंगे कि एनसीपी ने महाराष्ट्र में पिछले करीब ढाई साल में किस तरह कांग्रेस के खिलाफ काम किया है। पटोले ने कहा कि ईमानदारी से दोस्ती होनी चाहिए और सामने से वार किया जाए, तो ठीक रहता है।
NCP has stabbed us in the back. If NCP wants enmity, do it from the front, we are ready for it. Maharashtra govt is formed by 3 parties (Shiv Sena, NCP & Congress) under Common Minimum Program: Maharashtra Congress Pres Nana Patole on NCP-BJP alliance for Zila Parishad polls pic.twitter.com/YDM0MJcbug
— ANI (@ANI) May 11, 2022
कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी को दूर रखने के लिए ही एनसीपी और शिवसेना से कांग्रेस ने हाथ मिलाया था। इसके बाद भी एनसीपी ने भिवंडी और मालेगांव समेत कई जगह कांग्रेस से दगाबाजी की। उन्होंने कहा कि गोंडिया में अब एनसीपी ने यही खेल किया है और ये मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि एनसीपी का काम बताता है कि वो कांग्रेस को अपना विरोधी मानती है। पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने सोचा था कि ज्यादातर जिला परिषद महाविकास अघाड़ी के पास रहे, लेकिन एनसीपी ने बीजेपी से हाथ मिला लिया। उसने निर्दलीयों और एक स्थानीय निकाय की मदद से कांग्रेस को दूर कर दिया।
उधर, इस आरोप पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि कांग्रेस गलत आरोप लगा रही है। हमने गठबंधन को मजबूत और एकजुट रखने के लिए काम किया है। जयंत ने कहा कि विचारों में कहीं हम अलग भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम अघाड़ी को अस्थिर नहीं करना चाहते। गोंडिया का फैसला भी किया गया और उसे हम देखेंगे कि ऐसा क्यों करना जरूरी था।