महाराष्ट्र में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लागू नहीं करेंगे : उद्धव ठाकरे
ऐसे कई मौके आए हैं जब शिवसेना के हिंदुत्व को लेकर सवाल उठे हैं। दरअसल महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने के बाद उद्धव ठाकरे को कई मौकों पर झुकना पड़ा है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर कहा है कि उनकी सरकार महाराष्ट्र में NRC लागू नहीं करेगी। उसके पीछे के कारण को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) नागरिकता को छीनने के बारे में नहीं है, यह देने के बारे में है। अगर एनआरसी लागू किया गया, तो हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए नागरिकता साबित करना मुश्किल होगा। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।’
महाविकास अघाड़ी की सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर हिंदुत्व का नारा बुलंद करते हुए कहा कि, शिवसेना ने हिंदुत्व की अपनी विचारधारा को छोड़ा नहीं है और ना ही उससे कोई समझौता किया है।
सामना के संपादक संजय राउत को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है, गठबंधन किया है इसका मतलब ये नहीं कि हमने धर्म बदल लिया है।’ यह इंटरव्यू आने वाली 3, 4 और 5 तारीख को सामना में प्रकाशित किया जाएगा।
बता दें कि ऐसे कई मौके आए हैं जब शिवसेना के हिंदुत्व को लेकर सवाल उठे हैं। दरअसल महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने के बाद उद्धव ठाकरे को कई मौकों पर झुकना पड़ा है। कभी वीर सावरकर के मुद्दे पर तो कभी NRC को लेकर। NRC को लेकर उनका ताजा बयान ऐसे समय में आया है जब नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग समेत देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।