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UP: आजम खान का नाम लेकर सपा नेता ने दी थी अफसर को धमकी, योगी की पुलिस ने NSA लगाकर किया इलाज

अनिल कुमार सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा था कि यूसुफ ने उनसे कहा कि मुझे तुम नहीं जानते हो। मैं 20 साल पुराना गैंगस्टर हूं। कई हत्या कर चुका हूं। मैं आजम खान का दायां हाथ हूं और तब से गैंगस्टर हूं, जब मैं पायजामे का नाड़ा बांधना तक नहीं जानता था।

मुरादाबाद। आजम खान का नाम लेकर अफसर को धमकी देने वाले मुरादाबाद के सपा नेता यूसुफ मलिक का योगी की पुलिस ने इलाज कर दिया है। यूपी पुलिस ने यूसुफ को पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून NSA भी लगाया गया है। मसला दरअसल ये है कि यूसुफ के दामाद डेनिल पर 23 लाख रुपए का टैक्स बकाया है। इस पर बीते दिनों मुरादाबाद नगर निगम की टीम ने डेनिल का मकान सील कर दिया था। इससे यूसुफ का पारा हाई हो गया। वो भूल गया कि यूपी में इस वक्त सत्ता किसकी और कैसी है। यूसुफ ने तुरंत भड़कते हुए अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह को फोन किया और अर्दब में लेने की कोशिश की। अनिल कुमार सिंह ने सील खोलने से इनकार कर दिया। इस पर यूसुफ 26 मार्च को उनके दफ्तर पहुंचकर धमकी देने लगा।

azam khan and yusuf malik

पुलिस के मुताबिक अपर नगर आयुक्त ने इसकी शिकायत की। आरोप ये भी है कि यूसुफ मलिक ने नगर निगम की महिला अफसर दीपशिखा पांडेय से भी बदसलूकी की थी। अनिल कुमार सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा था कि यूसुफ ने उनसे कहा कि मुझे तुम नहीं जानते हो। मैं 20 साल पुराना गैंगस्टर हूं। कई हत्या कर चुका हूं। मैं आजम खान का दायां हाथ हूं और तब से गैंगस्टर हूं, जब मैं पायजामे का नाड़ा बांधना तक नहीं जानता था। अगर तुमने मेरे दामाद की कोठी की सील नहीं खोली, तो मैं तुम्हारी सरकारी कोठी को सील कर तुम्हारी हत्या कर दूंगा।

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यूसुफ मलिक की इस धमकी के बाद अपर नगर आयुक्त की शिकायत पर पुलिस ने सपा नेता, उसके दामाद डेनिल, भाई यूनुस मलिक और अन्य के खिलाफ 26 मार्च को ही एफआईआर लिख ली थी। मुरादाबाद के एसएसपी ने यूसुफ मलिक पर बाकायदा 25000 रुपए का इनाम भी घोषित किया था। जिसके बाद यूसुफ ने बीती 5 अप्रैल को रामपुर के एक कोर्ट में सरेंडर किया था। उसके भाई को यूपी पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब एनएसए लगने के बाद यूसुफ की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं और शायद वो ये भी सोच रहा हो कि किस गलत वक्त उसने मौजूदा शासन से पंगा लेने की ठानी।