नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को उनके प्रधानमंत्री बनने के लिए बधाई दी है साथ ही उन्होंने एक संदेश भी दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। वहां से उन्होंने शहबाज शरीफ के लिए एक संदेश भेजा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि “मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि आतंकवाद को खत्म करने का काम करें। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।” उन्होंने आगे कहा कि ये पूरी तरह से साफ है कि जब भी द्विपक्षीय वार्ता होती है तो आतंकवाद का मुद्दा उठाया जाता है। हमने अमेरिका के साथ 2+2 वार्ता के दौरान उसी मुद्दे पर चर्चा की। इस बातचीत में हमने केवल चर्चा की है। अमेरिका की तरफ से आश्वासन का कोई सवाल नहीं है।
On new Pakistan PM Shehbaz Sharif, Defence Minister Rajnath Singh who’s in Washington DC told ANI, ” I just want to convey to him to curb terrorism…best wishes with him.” pic.twitter.com/72pZi7yI6t
— ANI (@ANI) April 12, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी कंपनियों से भारत में आकर निवेश करने और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को समर्थन देकर आगे बढ़ाने की भी अपील की। इस मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने अमेरिकी कंपनियों से उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में काम करने और उस क्षेत्र में निवेश करने के लिए कहा है।उन्होंने आगे कहा कि बड़े स्तर की रक्षा साझेदारी भारत और अमेरिका के रणनीतिक संबंधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक बड़ा देश, हिंद महासागर का केंद्र और एक लोकतंत्र होने के नाते भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ और ‘पड़ोसी पहले’ नीति के बाद व्यापक हिंद प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में उसकी महत्वपूर्ण भूमिकाएं हैं।
It’s obvious that terrorism issue is raised whenever there are bilateral talks. We discussed the same (during 2+2 talks with US)… No question of assurance (by US), we only discussed: Defence Minister Rajnath Singh to ANI in Washington DC, on neigbouring nations Pakistan, China pic.twitter.com/9DG3IYDjx6
— ANI (@ANI) April 12, 2022
इसके अलावा रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत पारंपरिक और उभरते रक्षा क्षेत्रों में भी अपनी क्षमताओं को बढ़ाकर दोगुना करने के लिए अमेरिका के साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘मार्च 2021 में रक्षा मंत्री ऑस्टिन की भारत यात्रा के बाद से कई रक्षा सहयोग गतिविधियों में हमने काफी प्रगति की है।