नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की पहचान पूरे देश में शिक्षा के सर्वोच्च संस्थानों के रूप में हैं। लेकिन यह विश्वविद्यालय कई बार कई वजहों से विवाद का केंद्र भी बनता रहा है। आपको यह भी जानकर आश्चर्य होगा कि इस विश्वविद्यालय का निर्माण जिस भूमि पर हुआ है वह दान में वहां के राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Mahendra Pratap Singh) ने दिया था। अब राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर एक विश्वविद्यालय योगी सरकार (Yogi Government) अलीगढ़ (Aligarh) में बनवा रही है। हालांकि इसके निर्माण को मंजूरी तो उत्तर प्रदेश में भाजपा (BJP) के सरकार के गठन के साथ ही मिल गई थी लेकिन अब योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इसके निर्माण में तेजी लाने का आदेश दिया है। ताकि 2022 से पहले इस विश्विद्यालय का निर्माण कार्य पूरा किया जा सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों को आदेश दिया कि विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य में तेजी लाआ जाए। मतलब साफ है कि प्रदेश में विकास की सारी परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री की निगाह है। ऐसे में अब सीएम की तरफ से इसके निर्माण में तेजी लाने का आदेश दिया गया है ताकि 2022 से पहले यह विश्वविद्यालय बनकर तैयार हो जाए।
ऐसा माना जाता है कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के लिए जमीन तो दी थी, लेकिन उनके नाम का उल्लेख कहीं नहीं किया गया और न हीं उनके नाम पर एक भी पत्थर लगाया गया। ऐसे में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रहते हुए अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया। बीजेपी सांसद और विधायकों ने राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर बनने वाले विश्वविद्यालय के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
उत्तर प्रदेश में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर एक विश्वविद्यालय की मांग 2018 में उठी थी, जब हरियाणा के बीजेपी नेताओं ने जाट राजा के नाम पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदलने का आह्वान किया था। उस वक्त इस बात का ज़ोर दिया गया था कि महेंद्र प्रताप ने ‘एएमयू के लिए भूमि दान’ की थी। ऐसे में उनके नाम पर भी एक विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जाए। इसके बाद योगी सरकार ने 2019 में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़ में एक नया विश्वविद्यालय स्थापित करने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद सीएम ने 14 सितंबर, 2019 को विश्वविद्यालय के निर्माण की घोषणा कर दी। इसके लिए जिला प्रशासन ने 37 हेक्टेयर से अधिक सरकारी भूमि देने का निर्णय लिया जबकि अन्य 10 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई।
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि अलीगढ़ को ‘आत्मानिर्भर भारत’ के सपने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। ऐसे में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्मार्ट सिटी परियोजना में तेजी लाई जाए। सीएम ने दोहराया कि गुणवत्ता के साथ समझौता किए बिना सभी विकास कार्य समय से पूरे होने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नियत समयावधि का हर कीमत पर पालन होना चाहिए।