नई दिल्ली। आखिरकार विगत शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्ष से चले आ रहे किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए तीनों कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया। उनके इस ऐलान के बाद किसानों में खुशी की लहर है, लेकिन अभी-भी आंदोलनकारी किसान इसे अपनी अधूरी जीत बता रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार की तरफ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बना दिया जाता है, तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। वहीं, पीएम मोदी ने अपनी घोषणा में यह साफ कर दिया है कि संसद के अगले शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को वापस लेने की पूरी प्रक्रिया संपन्न की जाएगी, लेकिन कुछ किसानों का कहना है कि हमें लिखित में चाहिए कि सरकार की तरफ से कृषि कानूनों को वापस लिया जा चुका है। अब ऐसी स्थिति में आगे चलकर सरकार की तरफ से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं।
यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले हम आपको बताते चले कि केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। कुछ इसे लोकतंत्र की जीत बता रहे हैं, तो कुछ इसे किसानों के समक्ष सरकार के अंहकार का परास्त होना बता रहे हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक सभी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, लेकिन इस बीच कुछ ऐसे भी नेता हैं, जिनकी प्रतिक्रिया लोगों को रास नहीं आ रही है और लोगों इनकी जमकर क्लास लगाते हुए नजर आ रहे हैं। आइए, आपको एक ऐसे ही नेता के बारे में बताए चलते हैं, जिसकी प्रतिक्रिया को जानकर लोगों का गुस्सा अपने चरम पर पहुंच गया और लोगों की उनकी जमकर क्लास लगा दी।
तो ये कौई और नहीं, बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्तीय मंत्री रहे पी चिदंबरम हैं, जिनकी लोगों ने जमकर क्लास लगा दी। जिसकी जुबां पर जो आया, वो सब कहता चला गया। हम आपको सब कुछ दिखाएंगे कि किसने कैसे लगाई पूर्व मंत्री की क्लास, लेकिन उससे पहले आइए ये जान लेते हैं कि आखिर उन्होंने पीएम मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के संदर्भ में क्या कुछ कहा था।
देखिए पी चिंदबर का यह ट्वीट
Home Minister hailed the PM’s announcement as showing ‘remarkable statesmanship’
BJP President said that PM has ‘immense care for farmers’
Defence Minister said that PM had taken the decision considering the ‘welfare of the farmers’
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 20, 2021
इस ट्वीट में कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेन के संदर्भ में कुछ कहा है, जो कि लोगों को रास नहीं आ रहा है। जैसा कि आपको दिख ही रहा है कि उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, गृह मंत्री ने ‘उल्लेखनीय राज्य कौशल’ दिखाने के लिए पीएम की घोषणा की सराहना की। कांग्रेस नेता ने अनपे ट्वीट में केंद्रीय मंत्री अमित शाह का जिक्र कर कहा कि वे पीएम मोदी के बारे में कहते हैं उन्हें किसानों की फिक्र है। वहीं, रक्षा मंत्री कहते हैं कि पीएम मोदी ने यह फैसला किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए लिया है। रूकिए … रूकिए… अभी तो उनका यह पहला ही ट्वीट है। उन्होंने अपने दूसरे में ट्वीट में क्या कहा है…यह भी देखिए.. उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, पिछले 15 महीनों में कहाँ थे ये योग्य नेता और उनकी बुद्धिमानी भरी सलाह? क्या आपने ध्यान दिया कि पीएम ने कैबिनेट की बैठक किए बिना घोषणा की? यह केवल भाजपा के अधीन है कि कैबिनेट की पूर्व स्वीकृति के बिना कानून बनाए और नहीं बनाए जाते हैं।
बस… फिर क्या… कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के ऐलान के बारे में धड़ाधर ट्वीट तो कर दिया, लेकिन जब लोगों पता लगा कि किसी कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के ऐलान के संदर्भ में कुछ ऐसा वैसा कह दिया है, तो लोगों ने कांग्रेस नेता की ऐसी क्लास लगाई, जो यह बयां करने के लिए काफी है कि आज भी पीएम मोदी का जलवा कामय है। उनकी लोकप्रयता अपने चरम पर है। आज भी पीएम मोदी के लोगों के चहेते राजनेताओं में से एक हैं। आइए, आपको दिखाते हैं कि कैसे लगाई लोगों ने कांग्रेस नेता की क्लास।
Mr. Chidambaram pls don’t forget you are India’s only former FM to have been jailed !!
— Aroop Datta ?? (@AroopDatta) November 20, 2021
How much money you made in mushroom growing, you are back bone for all scandals during your regime. You snubbed Hindus also
— srivatsa s (@srivatsas4) November 20, 2021
समझदार व्यक्ति अपनी समझदारी से चुप हो जाता है और मूर्ख को लगता है कि मेरे डर के कारण चुप हो गये
“किसानों के लिए किया था देश के लिए वापिस ले रहा हूँ”
ये लास्ट लाइन लोगो को समझने की जरूरत है#TrustNaMo#IStandWithModiJi
— प्रशान्त अवस्थी जगनवंशी (@Jaganvanshi) November 20, 2021
If you do good work for someone without their consent, then you will get to hear evil. No consent is required to do good deeds, but doing good deeds is considered a crime.
Modi should have given importance to party interest.#westandwithmodiji— Ashok Sheokand?? (@AshokKumarSheo8) November 20, 2021