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RSS के वरिष्ठ प्रचारक पी परमेश्वरन का 93 वर्ष की उम्र में निधन, 2018 में मिला था पद्म विभूषण

परमेश्वरन का जन्म 1927 में अलप्पुझा जिले के मुहम्मा में हुआ था। वह आरएसएस के साथ तभी जुड़ गए थे, जब वह छात्र थे। परमेश्वरन ने आपातकाल के दौरान इसके खिलाफ सत्याग्रह में भाग लिया था।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक व पूर्ववर्ती भारतीय जन संघ के नेता रहे पी परमेश्वरन का 93 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने रविवार रात 12 बजकर 10 मिनट पर अंतिम सांस ली। परमेश्वरन जनसंघ के दिनों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेताओं के साथ काम किया था। बता दें कि परमेश्वरन का केरल के पलक्कड़ जिले के ओट्टापलम में उनका आयुर्वेदिक उपचार चल रहा था।

P Parmeshwaran

संघ परिवार और भारतीय जनता पार्टी के नेता पी परमेश्वरन को परमेश्वर जी के नाम से बुलाते थे। परमेश्वरन एक दिग्गज लेखक, कवि, शोधकर्ता और प्रसिद्ध संघ विचारक रहे हैं। परमेश्वरन 1967 से 1971 के बीच भारतीय जनसंघ के सचिव रहे हैं। साल 1971 से 1977 तक के बीच वे उपाध्यक्ष रहे हैं। इसके साथ ही वे दीन दयाल शोध संस्थान के निदेशक भी रहे हैं। उनका यह कार्यकाल साल 1977 से 1982 के बीच का रहा है।

परमेश्वरन एक बेहतरीन लेखक, कवि, अनुसंधानकर्ता और सम्मानित आरएसएस विचारक थे। उन्होंने भारतीय जन संघ के सचिव (1967-1971) और उपाध्यक्ष (1971-1977) के अलावा नई दिल्ली स्थित दीनदयाल अनुसंधान संस्थान के निदेशक (1977-1982) के तौर पर भी सेवाएं दीं।

PM Modi P Parmeshwaran

परमेश्वरन जनसंघ के दिनों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेताओं के साथ काम किया था। साल 2018 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े पुरस्कार पद्म विभूषण और 2004 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

P Parmeshwaran Photo

परमेश्वरन का जन्म 1927 में अलप्पुझा जिले के मुहम्मा में हुआ था। वह आरएसएस के साथ तभी जुड़ गए थे, जब वह छात्र थे। परमेश्वरन ने आपातकाल के दौरान इसके खिलाफ सत्याग्रह में भाग लिया था और इसी कारण वह 16 महीने जेल में भी रहे थे। उन्होंने केरलवासियों में राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए 1982 में ‘भारतीय विचार केंद्रम्’ की स्थापना की थी।