नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह में खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस SFJ और कश्मीरी आतंकियों के साठगांठ से पाकिस्तान खलल डालने की साजिश रच रहा है। इसका खुलासा दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों की जांच में हुआ है। सिख्स फॉर जस्टिस का सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू एलान कर चुका है कि पीएम नरेंद्र मोदी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने से रोकने और खालिस्तान का झंडा 26 जनवरी को फहराने वाले को संगठन 1 लाख डॉलर देगा। अब वो हिंदू बनाम सिख का मसला भी ये कहकर भड़का रहा है कि मोदी की सुरक्षा सेंध की जांच कर रही सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की अध्यक्ष जस्टिस इंदु मल्होत्रा सिख विरोधी हैं।
उधर, दिल्ली पुलिस की जांच से पता चला है कि बीते शुक्रवार गाजीपुर फूल मंडी से बरामद आईईडी जैसे बमों की और खेप भी पाकिस्तान से आई है। इससे दिल्ली पुलिस पर दबाव बढ़ गया है। इनकी बरामदगी की कोशिश हो रही है। पुलिस के मुताबिक 24 आईईडी के लिए विस्फोटक सामग्री पाकिस्तान ने समुद्र के रास्ते भेजी है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में हाल के दिनों में बरामद आईईडी उसी खेप का हिस्सा थीं। गाजीपुर में बम रखने वाले की तलाश जोर-शोर से की जा रही है, ताकि बाकी खेप को भी बरामद कर नुकसान की साजिश को टाला जा सके।
गाजीपुर फूल मंडी से मिली आईईडी को टिफिन बम के तौर पर बनाया गया था। इसमें 3 किलो आरडीएक्स था। इसके अलावा बम को और घातक बनाने के लिए आरडीएक्स के साथ अमोनियम नाइट्रेट भी मिलाया गया था। टिफिन में कीलें और बॉल बियरिंग भी थीं। ये अगर फट जाता, तो बड़े पैमाने पर आम लोगों की जान जा सकती थी। अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक सभी आईईडी को आतंकियों के स्लीपर सेल और कुछ अपराधियों के गिरोहों के जरिए सीमा पार से लाया गया है। बीते साल सितंबर में दिल्ली पुलिस ने लखनऊ, इलाहाबाद, दिल्ली और मुंबई में कई आतंकियों की गिरफ्तारी की थी। माना जा रहा है कि इनके तार आईईडी की साजिश से जुड़े हो सकते हैं।