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Pakistan Conspiracy: FATF की ग्रे लिस्ट से निकलते ही भारत के खिलाफ फिर सक्रिय हुआ पाकिस्तान, 300 कैंपों में आतंकी किए इकट्ठा!

हाल ही में दिल्ली में पाकिस्तान की इस चाल पर मंथन करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी बैठक भी हुई है। इस बैठक में खुफिया एजेंसियों ने पीओके में आतंकी कैंपों के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद पाकिस्तान की नापाक चाल को रोकने के तौर तरीकों पर चर्चा हुई। इसमें रणनीति पर चर्चा के बाद अहम फैसले लिए गए हैं।

नई दिल्ली। पाकिस्तान एक बार फिर भारत में आतंकवाद फैलाने के अपने घिनौने मिशन में जुट गया है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर होने के बाद पाकिस्तानी सेना और उसकी कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पीओके में भारत विरोधी गतिविधियां तेज कर दी हैं। खुफिया रिपोर्ट के हवाले से ‘आज तक’ न्यूज चैनल ने दावा किया है कि पीओके में आतंकी ट्रेनिंग कैंप की संख्या हाल के दिनों में दोगुनी हो गई है। खुफिया रिपोर्ट के बाद सेना और बीएसएफ को पाकिस्तान से लगी सीमा और एलओसी पर ज्यादा चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

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टीवी चैनल के मुताबिक हाल ही में दिल्ली में पाकिस्तान की इस चाल पर मंथन करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी बैठक भी हुई है। इस बैठक में खुफिया एजेंसियों ने पीओके में आतंकी कैंपों के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद पाकिस्तान की नापाक चाल को रोकने के तौर तरीकों पर चर्चा हुई। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आतंकियों के कई कैंप पीओके में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास हैं, तो कई अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरफ भी हैं। एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के बाद पाकिस्तान ने आतंकी कैंपों की संख्या बढ़ा दी है। फिलहाल करीब 300 आतंकी कैंप में ट्रेनिंग दिए जाने की जानकारी मिली है।

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केरन, गुरेज, माछिल में 100 से ज्यादा आतंकी हैं। नौशेरा, गोविंद नाला, परिबल जंगल से होकर घुसपैठ का खाका आईएसआई और पाकिस्तान की सेना ने तैयार किया है। इन इलाकों से होकर जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में घुसपैठ की जा सकती है। माछिल के सरदारी, केल और तेजिन में 40 के करीब आतंकी हैं। एलओसी पर 25 कैंप में आतंकी इकट्ठा किए जा रहे हैं। पीओके में पाकिस्तान की मुखालिफत वहां के लोग कर रहे हैं। पूर्व पीएम इमरान खान ने भी शहबाज शरीफ सरकार की नाक में दम कर रखा है। ऐसे में पाकिस्तान की सरकार, सेना और आईएसआई लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं।