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भारत में बने कोरोना टीके पर पाक ने लगाई मुहर, पाने के लिए के तलाश रहा है जुगाड़

Covishield: इमरान खान(Imran Khan) के विशेष स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. फैजल सुल्तान का कहना है कि, “इस वैक्सीन को हम द्विपक्षीय समझौते के तहत तो नहीं पा सकते हैं लेकिन इसके लिए हम वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए पा सकते हैं।”

नई दिल्ली। भारत ने 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान देश में शुरू कर दिया है। इसको लेकर शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि, वैक्सीनेशन का पहला दिन पूरी तरह से सफल रहा और वैक्सीन लेने के बाद किसी के अस्पताल में भर्ती होने की खबर सामने नहीं आई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया कि, “आज देश में 3351 सत्र में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम किया गया। वैक्सीनेशन ड्राइव में 2 तरह के वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। COVISHIELD सभी राज्यों को दिया गया है। इसके अलावा देश में वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान भी अब वैक्सीन की ताक में लगा हुआ है। बता दें कि पाकिस्तान ने भी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से तैयार किए गए कोविशील्ड को अपने देश में टीकाककरण के लिए चुना है। ऐसे में इस टीके के भारत में बने होने के चलते वो इसकी मांग को लेकर शर्म महसूस कर रहा है।

Vaccination

दुविधा में इमरान सरकार

बता दें कि कोविशील्ड भारत में निर्मित हो रहा है तो ऐसे में अपनी नाक बचाने के लिए पाक की इमरान खान सरकार तरह-तरह के जुगाड़ तलाश रही है। इस टीके को पाक में मंजूरी तो मिल गई लेकिन इमरान खान सरकार अब इसको लेकर दुविधा में फंस गई है। दरअसल एक तरफ पड़ोसी देश होने के नाते उसके लिए यह नाक का सवाल है तो दूसरी तरफ उसे जनता की जान की भी फ्रिक सता रही है।

बीच का रास्ता तलाशने में जुटा पाक

इसके चलते पाकिस्तान की सरकार अब बीच का रास्ता तलाशने में जुटी है। एक तरफ उसे कोवाक्स प्रोग्राम के तहत वैक्सीन का इतंजार है तो इमरान ने खुद को वैक्सीन खरीद से दूर करते हुए राज्यों और प्राइवेट सेक्टर को दूसरे देशों से बात करने की छूट दे दी है। पाक में टीकाकरण को लेकर डॉन के ऑनलाइन संस्करण में दी गई खबर के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 को ड्रग रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान (DRAP) ने इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है, जबकि चीन की सरकारी कंपनी सिनोफार्मा के टीके को अगले दो सप्ताह में मंजूरी दी जा सकती है।

द्विपक्षीय समझौते के जरिए नहीं मिल सकता

टीके को लेकर डॉन ने लिखा है कि भारत में बनाए जाने के कारण पाकिस्तान को यह टीका द्विपक्षीय समझौते के जरिए नहीं मिल सकता है, लेकिन पाक में मिली इस मंजूरी से कोवाक्स प्रोग्राम के तहत मिलने वाले टीके का रास्ता साफ हो गया है। डब्ल्यूएचओ की इस वैश्विक पहल से पाकिस्तान को 20 फीसदी आबादी के लिए मुफ्त टीका मिलेगा।

Imran Khan

वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए पा सकते हैं

वहीं इमरान खान के विशेष स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. फैजल सुल्तान का कहना है कि, “इस वैक्सीन को हम द्विपक्षीय समझौते के तहत तो नहीं पा सकते हैं लेकिन इसके लिए हम वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए पा सकते हैं।” वहीं इसको मंजूरी देने को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘हमने इसे मंजूरी इसलिए दी है क्योंकि इसका प्रभाव 90 फीसदी से अधिक है। इससे अहम यह है कि इससे हम कोवाक्स के जरिए टीका ले पाएंगे, क्योंकि DRAP की मंजूरी के बिना यह संभव नहीं है।”