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पाकिस्तान में 3 महीनों में दो करोड़ कोरोना के मरीज! बर्बादी की कगार पर खड़ा है मुल्क

पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर है। कोरोना के बड़े संक्रमण का खतरा पाकिस्तान में बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्‍तान में इमरान सरकार के लॉकडाउन करने से इनकार करने ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है।

नई दिल्ली। पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर है। कोरोना के बड़े संक्रमण का खतरा पाकिस्तान में बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्‍तान में इमरान सरकार के लॉकडाउन करने से इनकार करने ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है। पाकिस्तान का हेल्थ सिस्टम भी ध्वस्त हो चुका है। ऐसे में वहां के अखबार आने वाले वक्त की भयावह तस्वीर पेश कर रहे हैं।

pakistan coronavirus

पाकिस्तान के प्रमुख अखबार द डॉन में छपी एक खबर के मुताबिक यदि कोरोना के संक्रमण की रफ्तार ऐसी ही बढ़ती रही और इस पर लगाम नहीं लगायी गयी, तो जून तक इसका आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ तक पहुंच जाएगा। पाकिस्‍तान के लिए यह आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है। इमरान खान कोरोना को लेकर किस कदर जागरूक हैं, उसका नतीजा उनके फैसलों से पता चलता है। काफी शोर शराबे के बाद जाकर इमरान ने देश मे ट्रेन सेवा बंद करने की घोषणा की है।

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वर्तमान में पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 के आसपास है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 27 मार्च तक इसके मरीजों की संख्‍या 1020, 2 अप्रैल तक 2040, 8 अप्रैल तक 4080, 14 अप्रैल तक 8160, मई के दूसरे सप्‍ताह तक 65280 और जून तक दो करोड़ होने की आशंका है।

imran khan pakistan prime minister

डॉन की खबर में पाकिस्तान के भयावह भविष्य की तस्वीर छपी हुई है। अखबार के मुताबिक कोरोना तेजी से फैल रहा है। पाकिस्‍तान में इससे निबटने के लिए जरूरी उपायों की भीषण कमी है। अखबार में ऐसे कई उदाहरण का भी जिक्र किया गया है। इसमें एक मरीज का जिक्र किया गया है, जो खांसी और तेज बुखार के बाद खुद अस्‍पताल में इलाज के लिए गया था। लेकिन वहां पर जांच की सुविधा न होने की वजह से उसको वापस भेज दिया गया।

imran khan on india

डॉन अखबार में पाकिस्‍तान की जानी-मानी वकील ओसामा सिद्दीकी का भी जिक्र है जो कुछ समय पहले मालदीव से लौटी थीं। अखबार ने उनके हवाले से लिखा है कि एयरपोर्ट पर उन्‍हें कोई ऐसा उपाय दिखायी नहीं दिया, जो इस वायरस को पाकिस्‍तान में बढ़ने से रोक सके। वहां पर केवल एक एनाउंसमेंट हो रहा था, जिसमें कहा जा रहा था कि सऊदी अरब, ईरान से आने वाले यात्री अपनी जांच के लिए अलग हो जाएं। उनके मुताबिक वहां पर मौजूद स्‍टाफ के पास जरूरी उपकरण तक नहीं थे ताकि वे एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की जांच कर सकें। एयरपोर्ट स्‍टाफ के पास मास्‍क और हाथों में मेडिकल दस्ताने भी नहीं थे।