Pakistan: अब अमेरिका से नाराज हुए इमरान, भारत को ज्यादा तवज्जो मिलने से हैं खफा
Pakistan : इमरान खान(Imran Khan) ने कहा कि पाकिस्तान में जून महीने में कोरोना(Corona) का पीक आया और उसके बाद से अगस्त के मध्य तक लगातार कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिली।
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच करीबी देख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस कदर बैचेन हो उठे हैं कि अब वो अमेरिका से तवज्जो मांग रहे हैं। जर्मन मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका से पाकिस्तान को भारत के बराबर तवज्जो देने की मांग की है। इमरान खान को इस बात अफसोस है कि अमेरिका पाकिस्तान को भारत के बराबर इज्जत नहीं दे रहा है। पाक पीएम इमरान खान ने जर्मन मैगजीन ‘डर स्पीगल’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि दक्षिण एशिया में कभी भी संघर्ष भड़क सकता है। इमरान खान ने कहा, इसीलिए विश्व के सबसे ताकतवर देश अमेरिका से हम उम्मीद करते हैं कि वहां चाहे कोई भी राष्ट्रपति बने, उसे बिना किसी भेदभाव के हमारे साथ समान व्यवहार करना चाहिए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, अमेरिका को लगता है कि भारत चीन को रोक पाएगा जोकि पूरी तरह से एक भ्रम है। इमरान खान ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों चीन, बांग्लादेश, श्रीलंका और हमारे लिए खुद एक खतरा है।
पाकिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता?
पाकिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है को लेकर इमरान खान से जब सवाल किया गया कि, पाकिस्तान की सरकार सेना की आलोचना को प्रतिबंधित करने के लिए एक नया कानून लाने जा रही है? तो इसको लेकर इमरान खान ने कहा कि, किसी भी पश्चिमी देश से ज्यादा पाकिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। जहां तक आलोचना सच्चाई और तथ्यों पर आधारित है, उसे स्वीकार किया जाएगा। हर दिन हमारे सुरक्षा बल जंग में लोगों को खोते हैं, हर देश अपनी संस्थाओं को सुरक्षा देता है। जब उन्हें निशाना बनाया जा रहा हो तो ये हमारी जिम्मेदारी है।
चीन की तारीफ
इमरान खान ने चीन की तारीफ में कहा, चीन ने पिछले 40 सालों में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वो काबिले-तारीफ हैं। मैं चीन की सराहना करता हूं क्योंकि उसने 40 साल की अल्प अवधि में 700 मिलियन लोगों को गरीबी रेखा से निकाल लिया। मैं अपने देश में भी यही मॉडल लागू करना चाहता हूं।
कोरोना को लेकर खुद की तारीफ
फिलहाल पाक में कोरोना को लेकर कैसे भी हालात हों लेकिन पाक पीएम इमरान खान इसको लेकर अपनी पीठ थपथपाना नहीं भूलते। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में लोग दिहाड़ी और हफ्ते की मजबूर पर निर्भर हैं इसलिए उन्होंने स्मार्ट लॉकडाउन चुना था। इमरान खान ने कहा, हमने केवल उसी इलाके को बंद किया जहां पर महामारी फैलने की आशंका दिखी।। हमने कृषि क्षेत्र को बंद नहीं किया और जल्द ही निर्माण क्षेत्र को भी खोल दिया। इससे हम बच गए जबकि भारत ने गरीब लोगों को भी अपने घरों में बंद रहने के लिए मजबूर किया।
भारत की चिंता में डूबे इमरान खान ने कहा, भारत में अब गरीबी और बढ़ गई है और ईरान में भी ऐसा ही हुआ। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में जून महीने में कोरोना का पीक आया और उसके बाद से अगस्त के मध्य तक लगातार कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिली। इमरान खान ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान कोरोना की दूसरी लहर से भी सफलतापूर्वक निपटने में कामयाब रहेगा।