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Latehar Encounter: झारखंड की लातेहार पुलिस को बड़ी सफलता, 15 लाख के इनामी पप्पू लोहरा और उसके साथी को एनकाउंटर में मार गिराया

Latehar Encounter: झारखंड से सटे छत्तीसगढ़ में भी लगातार सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और डीआरजी के जवान नक्सल विरोधी कार्रवाई कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बीते दिनों ही 27 नक्सलियों को मार गिराने में सफलता मिली थी। मारे गए नक्सलियों में संगठन का महासचिव और 1.5 लाख का इनामी बसवा राजू भी शामिल था। वहीं, पूर्व नक्सली पप्पू लोहरा 15 लाख का इनामी था। पप्पू लोहरा इलाके में आतंक का दूसरा नाम बना था।

लातेहार। झारखंड पुलिस ने शनिवार को लातेहार में एक पूर्व नक्सली पप्पू लोहरा और उसके साथी को एनकाउंटर में मार गिराया। पप्पू लोहरा पर 15 लाख का इनाम था। पप्पू लोहरा और उसके साथी के लातेहार जिले के इचाबार सलैया जंगल में छिपे होने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने इलाके को घेरा और पप्पू लोहरा को सरेंडर करने के लिए कहा। पप्पू लोहरा और उसके साथी ने सरेंडर करने की जगह पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी पप्पू लोहरा और उसके साथी की गोलियों का जवाब फायरिंग कर दिया। कुछ देर तक दोनों पक्षों में गोलीबारी होती रही। जिसमें इनामी पप्पू लोहरा और उसका साथी ढेर कर दिए गए।

पुलिस के मुताबिक पप्पू लोहरा जेजेएमपी का सुप्रीमो था। जेजेएमपी के खिलाफ झारखंड की पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पप्पू लोहरा की तलाश काफी अर्से से झारखंड की पुलिस कर रही थी। वो हर बार पुलिस के चंगुल में आने से बच जाता था, लेकिन इस बार पप्पू लोहरा और उसके साथी का साथ किस्मत ने नहीं दिया। दोनों को मारकर झारखंड की लातेहार पुलिस ने इलाके को बड़े आतंक से मुक्ति दिलाई है। पप्पू लोहरा ने झारखंड के बूढ़ा पहाड़ इलाके से नक्सलियों के सफाए के बाद जेजेएमपी नाम से संगठन बना लिया था। इसके बाद पुलिस ने उसे तलाशने के लिए दिन-रात एक किया। इलाके में पप्पू लोहरा आतंक का दूसरा नाम बन गया था। ऐसे में एनकाउंटर में मौत से लातेहार और आसपास के इलाकों में अब काफी हद तक शांति होने के आसार हैं।

बता दें कि झारखंड से सटे छत्तीसगढ़ में भी लगातार सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और डीआरजी के जवान नक्सल विरोधी कार्रवाई कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बीते दिनों ही 27 नक्सलियों को मार गिराने में सफलता मिली थी। मारे गए नक्सलियों में संगठन का महासचिव और 1.5 लाख का इनामी बसवा राजू भी शामिल था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहले ही एलान कर रखा है कि मार्च 2026 तक हर हाल में देश को नक्सल समस्या से मुक्ति दिलाई जाएगी। इसके बाद से ही नक्सलियों के खिलाफ अभियान को और तेज किया गया है।