नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसान संगठन के नेता और सदस्य आज से राजधानी में संसद के पास धरना देंगे। किसान संगठनों ने पहले संसद तक मार्च निकालने और वहां धरना देने का ऐलान किया था, लेकिन अब उन्होंने दिल्ली पुलिस की कुछ शर्तों को मानने की बात कही है। दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं से साफ कह दिया था कि किसी भी सूरत में किसानों को संसद के करीब पहुंचने नहीं दिया जाएगा। मंगलवार को पुलिस और किसान नेताओं के बीच इस मसले पर सहमति नहीं बन सकी थी, लेकिन बुधवार को किसानों ने दिल्ली पुलिस की शर्तें मान लीं।
दिल्ली: जंतर मंतर पर 3 कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए जाने के लिए किसान सिंघु बॉर्डर पर इकट्ठा हो रहे हैं।
किसान नेता प्रेम सिंह भंगू ने कहा, ”हम वहां विस्तार से चर्चा करेंगे, हम स्पीकर भी बनाएंगे, चर्चा होगी और प्रश्नकाल भी होगा। 200 से अधिक किसान नहीं जाएंगे।” pic.twitter.com/moKiBFN47t
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
इन शर्तों के मुताबिक किसानों को संसद मार्ग पर जंतर-मंतर के करीब धरना देने की मंजूरी दी गई है। आंदोलन स्थलों से रोज दिल्ली पुलिस 200 किसानों को लेकर जंतर-मंतर पहुंचेगी और शाम को धरना खत्म होने के बाद उन्हें अपनी सुरक्षा में आंदोलन स्थल तक लेकर जाएगी। किसानों का धरना रोज 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। इससे पहले या बाद में धरना नहीं दिया जा सकेगा।
दिल्ली: किसान संगठनों द्वारा आज जंतर मंतर पर नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बढ़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं। pic.twitter.com/dnb1lRE7ix
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
बता दें कि इससे पहले किसानों ने संसद मार्च करने का ऐलान किया था। किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलनकारियों से कहा था कि वे बड़ी जंग के लिए तैयार रहें। राकेश ने ट्रैक्टरों में भरकर किसानों को दिल्ली ले जाने की बात कही थी, लेकिन अब दिल्ली पुलिस की बात उन्होंने मान ली है। उधर, मंगलवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर कहा था कि मोदी सरकार किसानों का हित चाहती है और कृषि कानूनों में किसी भी खामी पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार पहले भी किसान संगठनों से कई दौर की बातचीत कर चुकी है, लेकिन किसान संगठन और खासकर राकेश टिकैत तीनों कृषि कानूनों को पहले रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकार ने साफ कह दिया है कि कानून रद्द नहीं होंगे, जो खामियां पता चलेंगी उन्हें ठीक कर दिया जाएगा।