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PFI: बैन लगने के बाद अब CFI के नाम से सक्रिय होने की कोशिश में PFI! कर्नाटक के शिमोगा जिले में हुआ खुलासा

सीएफआई के बारे में पुलिस का कहना है कि ये प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI का ही सहयोगी संगठन है। पुलिस ने शनिवार रात में ही पता चलने के बाद इन नारों पर पेंट पुतवा दिया। जबकि, शिमोगा के शिकारीपुरा तालुका के शिरलाकोप्पा थाने में अज्ञात व्यक्ति पर केस दर्ज किया गया है।

शिमोगा। कर्नाटक के शिमोगा जिले में नया खेल चालू हुआ है। यहां दीवारों पर नए नारे लिखे देखे गए। नारे किसने लिखे, इसका पता नहीं चला है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। आप सोच रहे होंगे कि नारे आखिर किस बारे में हैं? ये नारे सीएफआई CFI ज्वॉइन करने के लिए लिखे गए हैं। सीएफआई के बारे में पुलिस का कहना है कि ये प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI का ही सहयोगी संगठन है। पुलिस ने शनिवार रात में ही पता चलने के बाद इन नारों पर पेंट पुतवा दिया। जबकि, शिमोगा के शिकारीपुरा तालुका के शिरलाकोप्पा थाने में अज्ञात व्यक्ति पर केस दर्ज किया गया है।

fir for instigating of joining cfi

पुलिस ने बताया कि शिरलाकोप्पा थाना इलाके में 9 जगह दीवारों पर सीएफआई ज्वॉइन करने के लिए नारे लिखे गए थे। पुलिस जब गश्त कर रही थी, तब इसके बारे में पता चला था। जिसके बाद तुरंत पुलिस हरकत में आई और नारों को पेंट से छिपा दिया गया। पुलिस अब सीसीटीवी कैमरों की मदद से पता लगा रही है कि ये नारे किसने लिखे थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अपने मुखबिरों को भी लगाया है। पुलिस दावा कर रही है कि जल्दी ही सीएफआई के बारे में प्रचार करने वालों को हर हाल में धर दबोचा जाएगा।

cfi 2

बता दें कि पीएफआई के खिलाफ एनआईए ने सितंबर महीने में लगातार छापेमारी की थी। जिसमें भारत विरोधी गतिविधियों के सबूत मिले थे। इसके बाद अक्टूबर में केंद्र सरकार ने पीएफआई और उसके सभी सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब सीएफआई के जरिए पीएफआई का कैडर अपनी गतिविधियां फिर शुरू करने की कोशिश कर रहा है। इस संगठन के बारे में अभी तक कोई खास जानकारी नहीं है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार अब एनआईए को इसकी जांच का जिम्मा भी सौंप सकती है।