नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं, इसके साथ ही हिंसा का दौर भी जारी है। इन सबके बीच कानपुर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया(PFI) के पांच सदस्य गिरफ्तार किये गए हैं जो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विरोध करने आए थे।
पीएफआई वही संगठन है जिस पर यूपी के कानपुर सहित कई अन्य कई जिलों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप है। बता दें कि पीएफआई पर कानपुर के बाबूपुरवा और यतीमखाना में हिंसा भड़काने का आरोप है। कानपुर में पकड़े गए पीएफआई के सदस्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का विरोध करने के लिए एकत्र हुए थे।
कानपुर शहर में हिंसा फैलाने की साजिश करने वाले पीएफआई (पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और एआईएमआईएम(ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) से जुड़े कई लोग चिह्नित कर लिए गए थे। साक्ष्य जुटाकर उन पर कार्रवाई करने की बात कही थी। यह बात भी सामने आई थी कि जुमे पर नमाज के बाद कुछ लोगों ने भाषण देकर भीड़ को भड़काया था।
एसएसपी अनंत देव ने बताया था कि दोनों संगठनों के लोगों ने पहले ही हिंसा की साजिश रच ली थी। इसमें बाहरी लोग भी शामिल हैं। इन बाहरी लोगों को सर्विलांस, वीडियो फुटेज, फोटो व अन्य माध्यमों के जरिये पहचानने की कोशिश की जा रही है। पिछले दिनों कानपुर में दो दिन हुई हिंसा में दो दरोगा समेत कुल 42 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
Police have arrested 5 members of the Popular Front of India (PFI) on charges of instigating violence against Citizenship Amendment Act (CAA) and National Register of Citizens (NRC) in Kanpur. pic.twitter.com/qKoPUDn82F
— ANI UP (@ANINewsUP) January 31, 2020